राम नाम तू जप ले रे बंदे,
बनेंगे तेरे काम,
क्यो भटके नर डगर डगर,
अंतिम सत्य है राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो राम राम राम ॥
राम भजन भजके देखो,
दाम नही कुछ लगता,
भवसागर से तर जायेगा,
ध्यान प्रभु का जो करता,
साँस साँस में उसकी महिमा,
रोम रोम में राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो राम राम राम,
क्यो भटके नर डगर डगर,
अंतिम सत्य है राम ॥
हीरा जनम मनुज का पाकर,
जीवन भर है ठगाये,
मोह माया के झूठे जग में,
माटी मोल बिकाये,
तन मन धन अर्पित हो उसपे,
गुंजित प्रभु का नाम,
बोलो राम राम राम,
बोलो राम राम राम,
क्यो भटके नर डगर डगर,
अंतिम सत्य है राम ॥
राम नाम है सच्चा मोती,
मानव तू है महान,
खिलजायेगा जीवन तेरा,
अंतर मन पहचान,
ह्रदय कुँज तू अर्पण कर दे,
सबके दाता राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो राम राम राम,
क्यो भटके नर डगर डगर,
अंतिम सत्य है राम ॥
राम नाम तू जप ले रे बंदे,
बनेंगे तेरे काम,
क्यो भटके नर डगर डगर,
अंतिम सत्य है राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो राम राम राम ॥
सनातन धर्म में सप्ताह के हर दिन को किसी न किसी देवता को समर्पित माना गया है। गुरुवार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का दिन है।
शास्त्रकार कहते हैं “मननात् त्रायते इति मंत्रः” अर्थात मनन करने पर जो त्राण दे या रक्षा करे वही मंत्र होता है। धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति हेतु प्रेरणा देने वाली शक्ति को मंत्र कहते हैं।
मंत्रों के कई प्रकार होते हैं, जरूरत के हिसाब से इन मंत्रों का उपयोग किया जाता है। मंत्रों के प्रकार और उनके उपयोग से होने लाभों पर नज़र डालें तो आप पाएंगे ये विभिन्न रूपों में हैं।
माता लक्ष्मी, धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी, भक्तों के जीवन में सुख-शांति और वैभव लाने वाली हैं। उनकी पूजा-वंदना से सभी तरह की आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।