रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे ।
रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नम: ॥
ॐ.. ॐ.. ॐ..
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
झूठ जगत का नहीं भरोसा
एक भरोसा एक ही नाम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम
बाहर बाहर भटक रहे और
भीतर भीतर बैठे राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम
जब धुनकी लागी राम नाम की
भूल गए सब काम
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम राम, राम राम
राम राम, राम राम
तन राम का मन राम का
कन कन रमे रामाये राम
राम राम, राम राम
भारत खंड अखंड अलौकिक
सत्य-सनातन करो प्रणाम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम
अजी सबकी डोर वहीं हैं थामें
राम परम सुख धाम
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम राम, राम राम
राम राम, राम राम
छल छदमों से भरा चराचर
सत्य शाश्वत राम का नाम
राम राम
राम राम
युग परिवर्तन हुआ आरंभ
कन कन गूंजे जय सीया राम
जय सीया राम, जय सीया राम
जय सीया राम
जगमग जगमग सकल अयोध्या
प्रकट भये श्री राम
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
राम धुन, राम धुन
आज 6 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 26वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी है, इसे निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाता है।
आज 7 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 27वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है।
गंगा दशहरा का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पर्व गंगा नदी के पृथ्वी पर अवतरण की प्रतीक में मनाया जाता है। इस दिन गंगा स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व होता है।
गंगा दशहरा हिन्दू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व मां गंगा के धरती पर अवतरण की स्मृति में मनाया जाता है।