मेहंदीपुर सालासर,
धाम दोनों अमर,
नित चमत्कार देखो,
यहाँ हो रहा,
रूप हनुमान के,
देख लो ध्यान से,
जिसने दर्शन किए,
वो सुखी हो गया ॥
यहाँ भैरव पलकार,
प्रेत राज सरकार,
तीनो देवो की गूंजे,
यहाँ जय जयकार,
जो भी अर्जी करे,
विघ्न संकट मिटे,
बिना मांगे ही सब कुछ,
उसे मिल गया,
बिना मांगे ही सब कुछ,
उसे मिल गया ॥
काम बन जाते है,
लोग गुण गाते है,
कोई सवामणि लेकर,
यहाँ आते है,
तीनो देवो को भोग,
जब चढ़ाते है लोग,
राम किरपा से वो,
मालामाल हो गया,
राम किरपा से वो,
मालामाल हो गया ॥
इस पहाड़ी पे है,
अंजनी माँ का द्वार,
मिले पंचमुखी हनुमत,
माँ काली का प्यार,
ये गणेशपूरी दास,
पूरी करे सबकी आस,
जो भी भोग लगाए,
सब काम बन गया,
जो भी भोग लगाए,
सब काम बन गया ॥
मेहंदीपुर सालासर,
धाम दोनों अमर,
नित चमत्कार देखो,
यहाँ हो रहा,
रूप हनुमान के,
देख लो ध्यान से,
जिसने दर्शन किए,
वो सुखी हो गया ॥
मासिक शिवरात्रि व्रत काफ़ी शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त इस तिथि पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत काफ़ी महत्वपूर्ण है।
साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि के दिन का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान शिव और मांं पार्वती की पूजा होती है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त इस दिन भगवान शिव की उपासना और व्रत करता है उस पर भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही उन्हें मनचाहा फल प्रदान करते हैं।
सनातन धर्म में भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना के लिए प्रदोष व्रत का काफ़ी खास माना गया है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है।
तेरी मुरली की धुन,
हमने जबसे सुनी,