कुलदेवी की पूजा,
जो करता है दिन रात,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात ॥
हर एक भगत की,
कुलदेवी होती है,
जिसके ही नाम से जलती,
घर में ये ज्योति है,
दुनिया पीछे चलती,
जब कुलदेवी हो साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात ॥
मैया कृपालु है ये,
बड़ी भोली भाली,
यही तो है माँ गौरा,
यही है माँ काली,
रूप अनेको पूजो,
पर कुलदेवी के साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात ॥
मेरी गढ़ी महासर मैया,
साथ मेरे चलती,
भूल जाए उनको गर हम,
ये हमारी गलती,
‘मित्तल’ हरदम तो,
मैया ही रहती साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात ॥
कुलदेवी की पूजा,
जो करता है दिन रात,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात ॥
दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से घर में सौभाग्य, सुख-समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है।
साल 2024 में 31 अक्टूबर के दिन दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।
दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।