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बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ, नोएडा सेक्टर 62

बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ,  नोएडा सेक्टर 62

इस मंदिर में सुबह 6 बजे होता है रुद्राभिषेक, चमड़े की वस्तुएं पहनकर नहीं कर सकते प्रवेश


बाबाजी के भक्तों के आर्थिक सशक्तिकरण द्वारा आध्यात्मिक उत्थान और आत्म विश्वास के साथ-साथ अन्य जरुरतमंद लोगों ने डी-पार्क सेक्टर 62 नोएडा के पास बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ की स्थापना की है। इस मंदिर के अंदर चमड़े की वस्तुएं जैसे पर्स, बैल्ट आदि वर्जित है। मंदिर में महिलाओं को बाबा जी की धूनी के पास जाने की अनुमति नहीं है। इसलिए महिलाएं दीर्घा से दर्शन प्राप्त करती है। हर साल 21 जनवरी को मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है।

मंदिर के त्योहार


बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ में लोहरी, शिवरात्रि, गोगा नवमी बहुत धूमधाम से मनाई जाती है।

मंदिर का इतिहास


बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ एवं समाज कल्याण केंद्र, सेक्टर 62, नोएडा की स्थापना नीरज कुमार राणा ने एक ट्रस्ट बनाकर की थी। जिसे बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ फाउंडेशन के नाम से नवंबर 2004 में पंजीकृत किया गया था। जिसका उद्देश्य बाबाजी के भक्तों से साथ-साथ अन्य जरूरतमंद लोगों के आर्थिक सशक्तिकरण द्वारा आध्यात्मिक उत्थान और आत्म-विकास करना है। श्री धीरज बाबा पिछले कुछ सालों में धार्मिक और कल्याण गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। उनका बाबा बालक नाथ जी से गहरा लगाव है और वे बचपन से ही उनके सच्चे भक्त हैं। उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ट्रस्ट ने बाबा बालक नाथ सिद्ध पीठ एवं समाज कल्याण केंद्र की स्थापना के लिए भूमि आवंटन हेतु जनवरी 2005 में नोएडा प्राधिकरण को आवेदन दिया। फिर मंजूरी मिलने के बाद 22 दिसंबर 2005 को निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया।

मंदिर का समय


  • मंदिर में हर दिन सुबह 6 बजे रुद्राभिषेक होता है उसके बाद शांति हवन एवं आरती होती है।
  • शनिवार को सायं 4 बजे शनि अभिषेक, शनि हवन एवं सुंदर कांड का पाठ होता है। इसके बाद 8 बजे से 9 बजे तक भंडारा।
  • रविवार को सुबह 11.30 बजे से 2.30 बजे तक भजन होते है इसके बाद आरती व भंडारा।


मंदिर कैसे पहुंचे


  • हवाई मार्ग - यहां का निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। यहां से आप नोएडा पहुंचने के लिए टैक्सी या मेट्रो के द्वारा पहुंच सकते हैं।
  • रेल मार्ग -  यहां पहुंचने के लिए दिल्ली रेलवे स्टेशन, निजामुद्दीन सभी पास है। स्टेशन से आप टैक्सी के द्वारा मंदिर पहुंच सकते हैं।
  • सड़क मार्ग - नोएडा पहुंचने के लिए सभी सड़क मार्ग सही है। आप कहीं से भी नोएडा पहुंच सकते हैं। 
  • समय - मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक खुला रहता है।
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श्री भैरव चालीसा (Shri Bhairav ​​Chalisa)

श्री गणपति गुरु गौरी पद, प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वंदन करो, श्री शिव भैरवनाथ ॥

श्री नवग्रह चालीसा (Shri Navgraha Chalisa)

श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय ।
नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय ॥

श्री विश्वकर्मा चालीसा (Shri Vishwakarma Chalisa)

श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं, चरणकमल धरिध्यान।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान॥

श्री परशुराम चालीसा (Shri Parshuram Chalisa)

श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि।
सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि।।

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