Aaj Ka Rashifal, 23 June 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 23 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के साथ सोमवार का दिन है। इसके साथ ही आज आर्द्रा नक्षत्र के साथ धृति और शूल का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा की बात करें वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे और सूर्य मिथुन राशि में रहेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए 23 जून का दिन कैसा रहने वाला है। जानिए मेष से लेकर मीन राशि तक का दैनिक राशिफल...
आज आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। कार्यों में सफलता मिलेगी, पर क्रोध पर नियंत्रण रखें। यात्रा लाभकारी रहेगी।
आर्थिक दृष्टि से दिन अनुकूल है। परिवार में किसी बात को लेकर तनाव हो सकता है। वाणी में मधुरता बनाए रखें।
कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। मानसिक तनाव से बचने के लिए ध्यान करें। परिजनों का सहयोग मिलेगा।
आज पारिवारिक मामलों में संतुलन बनाकर चलें। रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। संतान से सुखद समाचार मिलेगा।
कार्यस्थल पर सम्मान बढ़ेगा। कोई बड़ा निर्णय आज न लें। संतान की सफलता से मन प्रसन्न रहेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
शुभ अंक : 3
शुभ रंग : लाल
आज का उपाय : सफेद वस्त्र दान दें।
आज आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। खर्चे बढ़ सकते हैं, पर आमदनी भी बनी रहेगी। पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है।
रिश्तों में मिठास आएगी। किसी शुभ कार्य की योजना बनेगी। अविवाहितों को प्रस्ताव मिल सकते हैं। धन लाभ के योग बन रहे हैं।
आज मानसिक तनाव रहेगा। कार्य में अड़चनें आ सकती हैं। धैर्य और संयम बनाए रखें। वाद-विवाद से दूर रहें। किसी पर भी भरोसा न करें।
यात्रा के योग हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। आत्मविश्वास ऊंचा रहेगा। कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है।
धन लाभ के योग हैं। निवेश के लिए समय अच्छा है। परिवार में शांति बनी रहेगी। छात्रों के लिए दिन शुभ है।
कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है। विरोधियों से सावधान रहें। सेहत को नजरअंदाज न करें। नौकरीपेशा जातकों का प्रमोशन होगा।
प्रेम संबंध मजबूत होंगे। छात्रवर्ग को सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
मुझको नवल उत्थान दो ।
माँ सरस्वती! वरदान दो ॥
साल के आखिरी माह यानी दिसंबर की शुरुआत हो चुकी है, और यह माह कई पवित्र व्रत-त्योहारों से भरा है। इनमें विवाह पंचमी का विशेष महत्व है, जो भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह की स्मृति में मनाई जाती है। हिंदू धर्म में राम-सीता की जोड़ी को आदर्श दांपत्य जीवन का प्रतीक माना गया है।
सनातन धर्म में वायु देवता बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वेदों में इनका कई बार वर्णन मिलता है और इन्हें भीम का पिता और हनुमान के आध्यात्मिक पिता माना जाता है। वायु पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) में से एक है और इसे जीवन का आधार माना जाता है।
हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का व्रत विशेष रूप से सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष माना जाता है।