Aaj Ka Panchang 19 March 2025: आज 19 मार्च 2025 चैत्र माह का तीसरा दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। वहीं आज चंद्रमा दोपहर 02 बजकर 06 मिनट तक तुला राशि उपरांत वृश्चिक राशि पर संचार करेगा। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से दोपहर के 2 बजकर 04 मिनट तक रहेगा। आज तिथि के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा का हमारे जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ये हमारी मानसिक स्थिति, भावनाओं और विचारों का प्रतीक है। 19 मार्च 2025 को चंद्रमा दोपहर 2 बजकर 06 मिनट पर तुला राशि से वृश्चिक राशि में गोचर करेगें, वहीं सूर्य मीन राशि में रहेगा। चंद्र के गोचर से इन राशियों पर प्रभाव पड़ेगा-
19 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का संयोग बन रहा है, जो कि बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण योग है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज बुधवार का दिन है। आप आज भगवान गणेश की पूजा विधवत रूप से करें। मुंग दाल का दान करें। इस दिन भगवान गणेश को मोदक, दुर्वा, सिंदूर और लाल फूल चढ़ाने से भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आज रंगपंचमी भी है। इस शुभ अवसर पर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा-अर्चना करें। इसके बाद उन्हें लाल चंदन और गुलाल लगाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल होता है। साथ ही पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं। इसके अलावा रंग पंचमी के दिन लाल या पीले कपड़े में हल्दी की एक गांठ और एक सिक्का बांधकर तिजोरी या पर्स में रख दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही धन की कमी दूर होती है।
आज विशाखा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। आज बुधवार का दिन है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा जरूर करें। साथ ही आज रंग पंचमी भी है। जो कि रंगों का त्योहार है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी ने होली खेली थी और देवी-देवता होली खेलने के लिए पृथ्वी पर आए थे। इस दिन लोग जीवन में खुशियों का आगमन के लिए कई उपाय भी करते हैं और विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही प्रभु की कृपा प्राप्त होती है।
बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।
बरसाने में लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है, जो इस साल 8 मार्च को पड़ रही है। यह त्योहार राधा-कृष्ण के प्रेम की लीलाओं को दर्शाता है।
होली भारत में रंगों का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, लेकिन जब ब्रज की होली की बात आती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। मथुरा, वृंदावन, नंदगांव और बरसाना में यह पर्व अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम लीलाओं से जुड़े इस उत्सव में भक्ति, संगीत, नृत्य और उल्लास का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।
बरसाना और नंदगांव की होली विश्व प्रसिद्ध है और इसे देखने के लिए हर साल हजारों लोग यहां पहुंचते हैं। यह होली श्रीकृष्ण और राधा की प्रेम कथा से जुड़ी हुई है। बरसाना में महिलाएं पुरुषों पर प्रेमपूर्वक लाठियां बरसाती हैं और पुरुष ढाल लेकर खुद को बचाने का प्रयास करते हैं।