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श्री राधा गोविंद इस्कॉन मंदिर, दिल्ली (Sri Radha Govind Iskcon Mandir, Delhi)

श्री राधा गोविंद इस्कॉन मंदिर, दिल्ली (Sri Radha Govind Iskcon Mandir, Delhi)

दिल्ली एनसीआर के इस इस्कॉन में लें अनोखा अनुभव, यहां होते हैं साक्षात राधा-कृष्ण के दर्शन


दुनियाभर में भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी को समर्पित कई मंदिर है। दिल्ली एनसीआर इस्कॉन मंदिरों का एक समृद्ध केंद्र है, जो भगवान कृष्ण और राधा की पूजा के लिए समर्पित हैं। श्री श्री गोविंद जी मंदिर यह भी एक इस्कॉन मंदिर है जो दिल्ली के पंजाबी बाग में स्थित है। इस मंदिर के साथ खास बात यह है कि इसकी एक गोशाला भी है। 

बता दें कि श्री श्री राधा गोविंद जी मंदिर  की बहादुरगढ़ में 50 से अधिक गायों वाली एक गौशाला है। यह मंदिर इस्कॉन पंजाबी बाग के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में भक्तों की लाइन लगी रहती है। इस्कॉन पंजाबी बाग कीर्तन के लिए बहुत लोकप्रिय माना जाता है। साथ ही मंदिर की खूबसूरती लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। मंदिर की पहली मंजिल की बालकनी के सामने की ओर रंगीन सूर्य कढ़ाई रखी गई है। इसकी विशेषता यह है कि मंदिर परिसर में प्रसाद, वाटर कूलर, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, वॉशरूम, और पार्किंग की सुविधाएं उपलब्ध हैं। 


श्री राधा गोविंद इस्कॉन मंदिर कैसे पहुंचे 


मंदिर का पता 41/77 श्रील प्रभुपाद मार्ग पंजाबी बाग नई दिल्ली है। मंदिर पहुंचने का निकटतम रेलवे स्टेशन नई दिल्ली है। आप यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए सवारी कर सकते हैं।


समय : सुबह 4:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे, शाम 4:15 बजे से रात 9:00 बजे तक
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बसंत पंचमी पर महाकुंभ का स्नान क्यों है खास?

महाकुंभ जो कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है इस बार बसंत पंचमी पर विशेष रूप से खास होने वाला है। इस दिन महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान होना तय हुआ है जो कि त्रिवेणी संगम में होगा।

बसंत पंचमी कथा

बसंत पंचमी सनातन धर्म का विशेष पर्व है, जिसे माघ महीने में मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। इस खास दिन पर माता शारदा की पूजा की जाती है और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।

बसंत पंचमी पूजा विधि

बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

बसंत पंचमी पर गुलाल क्यों चढ़ाते हैं?

हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन सरस्वती पूजा की जाती है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

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