Mangalwar Vrat: मंगलवार का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित होता है। इस दिन हनुमान जी पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को जीवन में संकटों से मुक्ति, मानसिक शांति और समृद्धि मिलती है। जो जातक मंगलवार के दिन व्रत रखकर भगवान हनुमान की पूजा करते हैं तो उन्हें भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर होते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्यों रखते हैं मंगलवार का व्रत और क्या हैं इस व्रत को रखने के फायदे...
मंगलवार को भगवान हनुमान की पूजा करना विशेष फलदायक माना जाता है। हनुमान जी को बल, साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, मंगलवार को उनका व्रत करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक ताकत मिलती है। इसके साथ ही, हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति के जीवन के कठिन समय में भी सफलता प्राप्त होती है।
मंगलवार का व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन के सभी प्रकार के संकट समाप्त हो सकते हैं। यह व्रत खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी होता है, जिनके जीवन में कोई बड़ी समस्या या संकट है। हनुमान जी की पूजा और व्रत से व्यक्ति की परेशानियां कम होती हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
मंगलवार का व्रत करने से व्यक्ति का पाप कम होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। यह व्रत व्यक्ति की आत्मा को शुद्ध करता है और उसे भगवान के निकट ले जाता है। इसके अलावा, इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति होती है। मंगलवार के दिन व्रत करने से न केवल मानसिक शक्ति बढ़ती है, बल्कि शारीरिक शक्ति भी मिलती है। हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति को साहस और आत्मविश्वास मिलता है, जो किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना करने में मदद करता है।
मंगलवार का व्रत परिवार में सुख और समृद्धि लाने के लिए भी किया जाता है। जो लोग आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए यह व्रत शुभ होता है। हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति को धन और समृद्धि प्राप्त होती है, साथ ही परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
मंगलवार के व्रत से शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार आता है। यह व्रत स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी फायदेमंद होता है। हनुमान जी की पूजा से मानसिक तनाव कम होता है, जिससे शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, जो लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए यह व्रत लाभकारी हो सकता है।
बच्छ बारस एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखती हैं।
बच्छ बारस जिसे गोवत्स द्वादशी भी कहा जाता है। ये पर्व आगामी 28 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा।
आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी,
ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी।
आज अयोध्या की गलियों में,
घुमे जोगी मतवाला,