Logo

इस तरह करें करवा चौथ की तैयारी

इस तरह करें करवा चौथ की तैयारी

क्या है करवा चौथ व्रत से जुड़ी सरगी, बायना, कैसे करना चाहिए व्रत का पारण 


करवा चौथ का दिन आमतौर पर हिंदु कैंलेडर के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा के चौथे दिन मनाया जाता है। महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए ये निर्जला उपवास रखती है। नव-विवाहित या जो महिलाएं पहली बार व्रत कर रही हैं उनके लिए ये दिन बहुत खास और यादगार होता है। करवा चौथ की तैयारियां कई दिन पहले से शुरु हो जाती है। करवा चौथ के पहले घरों में साफ-सफाई बहुत जरुरी है। वहीं इस व्रत में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।


घर के जाले करें साफ


घर में जालें लगे होना अच्छा नहीं होता है इसलिए झाड़ू की मदद से घर के जाले जरुर साफ करें। इसी के साथ आप एक पुराने सूती कपड़े को डंडे में बांधकर उससे भी घर से जाले साफ कर सकती है। 


सरगी का क्या महत्व है 


करवा चौथ के व्रत में सरगी का बहुत महत्व माना जाता है। आमतौर पर सरगी सास या ससुराल की ओर से आती है। अगर आप पहली बार व्रत रख रही है तो अपनी सास से सरगी लेना न भूलें। करवा चौथ के व्रत की शुरुआत सुबह की सरगी खाकर की जाती है। इसलिए अगर आप पहली बार व्रत कर रही हैं तो ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होकर सरगी का सेवन करें। सरगी में 7 चीजों का सेवन करने का महत्व माना गया है।


व्रत का पारण कैसे करें 


करवा चौथ व्रत में संध्या पूजन करने का विशेष महत्व है। इस दिन चांद निकलने के बाद पूजा और व्रत कथा का पाठ कर चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। फिर छलनी से चंद्रमा के दर्शन करने के उपरांत पति का चेहरा देखा जाता है। इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत का पारण किया जाता है। व्रत पारण के बाद सात्विक भोजन ही करना चाहिए।


सास के लिए बनाएं बायना


जिस प्रकार सरगी जरुरी होती है उसी प्रकार सास के लिए बायना निकालना भी जरुरी माना जाता है। बायने में सास के लिए साड़ी या सूट, सुहाग का सामान, मिठाई और गिफ्ट को शामिल किया जाता है। अगर आपकी सास साथ नहीं रहती हैं तो आप बायना निकाल दें और उसे बाद में उन्हें दें दें।


लाल जोड़ा पहने, 16 श्रृंगार करें 


वैसे तो करवा चौथ पर किसी भी रंग के कपड़े पहने जा सकते हैं। लेकिन अगर आपकी नई शादी हुई है या पहली बार व्रत रखने जा रही है तो लाल रंग के जोड़े का चुनाव करें। लाल रंग को सुहाग की निशानी माना जाता है। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं का व्रत माना जाता है। पति की सलामती के लिए ये व्रत रखा जाता है। इस दिन महिलाएं 16 श्रंगार जरुर करें।


पेय पदार्थ न लें


करवा चौथ पर अधिकांश महिलाएं व्रत रखती हैं। जिसमें खाने और पानी का सेवन निषेध होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और पूरे दिन, चाय, कॉफी और जूस से दूरी बनाए रखते हैं। लेकिन जिसे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां है जो पेय पदार्थ ले सकती है।


........................................................................................................
ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना (O Ram Ji Tere Bhajan Ne Bada Sukh Dina)

ओ रामजी तेरे भजन ने,
बड़ा सुख दीना,

ओ सांवरे दाता मेरे, तेरा शुक्रिया है (O Sanware Data Mere Tera Shukriya Hai)

मुझे जो भी कुछ मिला है,
तुमने ही सब दिया है,

नैनो मे तेरी ज्योति, सांसो में तेरा नाम(Naino Mein Teri Jyoti Sanso Mein Tera Naam)

नैनो में तेरी ज्योति,
सांसो में तेरा नाम ॥

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang