टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया जागरण कराये
मैं कीर्तन करवाऊ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया चोला चढ़ाये
मैं चुनरी चड़ाऊ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया हार पहनाये
मैं फुल्लो की माला पहनाऊ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया पायल पहनाये
मैं बिछुए पहनाऊ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया मेवा खिलाये
मैं हलवा खिलाऊ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया लंगर लगावे
मै कन्या जिमाऊं मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
बड़े बड़े लोग मैया गाड़िया में आएँ
मै पैदल आऊँ मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
टूटी झोपड़िया मेरी माँ,
गरीब घर आ जाना ।
भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,
कार्तिक मास के दौरान लोग दिल खोल कर दान पुण्य करते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में बसे वैसे लोग जो गंगा किनारे नहीं हैं वे कार्तिक माह में गंगा किनारे आकर रहते हैं।
दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
सनातन धर्म में प्रत्येक तिथि का अपना विशेष महत्व है, जैसे एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है, वैसे ही त्रयोदशी तिथि महादेव भगवान शिव की प्रिय तिथि मानी जाती है।