शिव जी का नाम सुबह शाम,
भक्तो रटते रहना,
शिव परमेश्वर शिव रामेश्वर,
शिव नागेश्वर ओम्कारेश्वर,
महाकालेश्वर सबके ईश्वर,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
शिव शम्भु भोले शंकर की,
महिमा जिसने जानी,
उस घर में दुःख कभी नहीं आते,
होती कभी नहीं हानि,
शिव है दाता भाग्य विधाता,
मुक्ति पाए जो दर आता,
इक लोटा जल इनपे चढ़ाता,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
भव सागर में डूबती नैया,
शिव ही पार लगाते,
ऐसे है भोले भंडारी,
घर घर धन बरसाते,
सब के प्यारे नाथ हमारे,
पालनहारे सबके सहारे,
गूंज रहे शिव के जयकारे,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
इक लोटा जल से खुश होते,
झोली भर देते है,
भांग धतुरा जो भी चढ़ाए,
दुःख सब हर लेते है,
ब्रम्हा को वेद दिए,
रावण को लंका,
तीनो लोको में शिव का डंका,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
दुनिया वालों शिव को मना लो,
सोए भाग्य जगा लो,
समय बड़ा अनमोल है भक्तो,
व्यर्थ ना इसको टालो,
करुणाकर शिव डमरूधर शिव,
कर लो नमन तुम शीश झुकाकर,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
शिव जी का नाम सुबह शाम,
भक्तो रटते रहना,
शिव परमेश्वर शिव रामेश्वर,
शिव नागेश्वर ओम्कारेश्वर,
महाकालेश्वर सबके ईश्वर,
शिव जी का नाम सूबह शाम,
भक्तो रटते रहना ॥
प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में देश-विदेश से साधु-संत आ रहे हैं। इनमें से एक हैं मध्य प्रदेश के एंबेसडर बाबा। ये अपनी 52 साल पुरानी एंबेसडर कार से आए हैं और हर जगह इनकी कार ही सबसे ज्यादा लोगों को आकर्षित करती है।
सनातन हिंदू धर्म में कुंभ स्नान को अत्यधिक पवित्र और धार्मिक महत्व प्राप्त है। इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आयोजन होने जा रहा है। कुंभ मेला हर 12 साल के अंतराल पर आयोजित किया जाता है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। 48 दिनों तक चलने वाले इस विशाल धार्मिक मेले में लाखों श्रद्धालु और साधु-संत देश-विदेश से आने वाले हैं। इस भीड़ में एक नाम जो खास तौर पर ध्यान खींच रहा है, वह है असम के गंगापुरी महाराज, जिन्हें छोटू बाबा के नाम से भी जाना जाता है।
महाकुंभ के विशाल मेले में, जहां लाखों लोग धर्म और आध्यात्म की तलाश में जुटते हैं, वहां एक अनोखा दृश्य देखने को मिल रहा है। एक पायाहारी मौनी बाबा, जो पिछले 41 साल से मौन धारण किए हुए हैं, छात्रों को सिविल सेवा की मुफ्त कोचिंग दे रहे हैं।