सारी दुनिया में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
आई भादो की रेन कारी कारी,
आई भादो की रेन कारी कारी,
मथुरा में है जन्मे मुरारी,
मथुरा में है जन्मे मुरारी,
वसुदेव देवकी ने दर्श पायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
चले लेके वसुदेव गोकुल में,
चले लेके वसुदेव गोकुल में,
कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
यमुना ने श्री चरण पखारयो,
यमुना ने श्री चरण पखारयो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
लड्डू पेड़ा बंटे खेल खिलौना,
लड्डू पेड़ा बंटे खेल खिलौना,
झूले पलना में श्याम सलोना,
झूले पलना में श्याम सलोना,
‘चित्र-विचित्र’ को भी बुलवायो,
‘चित्र-विचित्र’ को भी बुलवायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनियाँ में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
सारी दुनिया में आनंद छायो,
कान्हा को जन्मदिन आयो ॥
आई बागों में बहार,
झूला झूले राधा प्यारी ।
ऐसे मेरे मन में विराजिये
ऐसे मेरे मन में विराजिये
बच्छ बारस एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए रखती हैं।
बच्छ बारस जिसे गोवत्स द्वादशी भी कहा जाता है। ये पर्व आगामी 28 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा।