सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की,
कौन है! जिस पर नहीं है,
मेहरबानी आप की ।
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की ।
सारा जहां है एक चमन और,
इस चमन के फूल हम,
इन सभी फूलो में श्यामा,
हम निशानी आप की ।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
जैसे गंगा और यमुना की,
धारा बहती भूमि पर,
वैसे ही बहती है ममता,
राधा रानी आप की ।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
तन भी तेरा मन भी तेरा,
मेरा क्या है लाड़ली,
तेरा तुझको सौंपती हूँ,
यह निशानी आप की।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
उम्र भर गाती रहूँ मैं,
महिमा श्यामा आप की,
अपने चरणों में ही रखना,
मेहरबानी आप की ।
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की,
कौन है! जिस पर नहीं है,
मेहरबानी आप की ।
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की ।
हिंदू पंचांग में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्त्व होता है। 12 मई 2025, सोमवार को वैशाख पूर्णिमा और बुद्ध पूर्णिमा दोनों ही हैं। यह दिन धार्मिक दृष्टि से बहुत शुभ माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 13 मई 2025 से ज्येष्ठ मास की शुरुआत हो रही है, जो 11 जून तक चलेगा। यह महीना गर्मी का चरम समय होता है और धार्मिक रूप से भी बहुत खास माना गया है। इस महीने को 'बड़ा महीना' भी कहा जाता है। सूर्य देव इस समय अपनी तेज किरणों से गर्मी बढ़ा देते हैं।
ज्येष्ठ माह हिंदू पंचांग का तीसरा महीना होता है, जिसे आम भाषा में ‘जेठ महीना’ कहा जाता है। यह महीना बहुत खास होता है क्योंकि इसमें न केवल भीषण गर्मी पड़ती है बल्कि कई धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के पर्व भी आते हैं। पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ का महीना 13 मई 2025 से शुरू होकर 11 जून 2025 तक रहेगा।
ज्येष्ठ माह हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना होता है, जिसे जेठ भी कहा जाता है। इस माह की शुरुआत हर साल मई में होती है, और इस साल यह 13 मई 2025 से शुरू हो रहा है। इस समय सूर्य अपनी पूरी ताकत के साथ चमकता है, जिससे गर्मी अपने चरम पर होती है।