राम तुम बड़े दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
और ना कोई हमारा है,
मुझे इक तेरा सहारा है,
नईया डोल रही मेरी,
हरी जी तुम करो ना अब देरी ।
राम तुम बड़ें दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
तेरा यश गाया वेदों ने,
पार नहीं पाया वेदों ने,
नेती नेती गाया वेदों ने ।
राम तुम बड़ें दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
भले हैं बुरे हैं तेरे हैं,
तेरी माया के घेरे हैं,
फिर भी हम बालक तेरे हैं ।
राम तुम बड़ें दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
सहारा भक्तों के हो आप,
मिटाते हो सब के संताप,
करें जो भक्ति भाव से जाप ।
राम तुम बड़ें दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
तुम्हारा नाम मिले भगवन,
सुबह और शाम मिले भगवन,
भक्ति का दान मिले भगवन ।
राम तुम बड़ें दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
राम तुम बड़े दयालु हो,
नाथ तुम बड़े दयालु हो,
हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥
श्री राम, जय राम, जय जय राम ।
श्री राम, जय राम, जय जय राम ।
श्री राम, जय राम, जय जय राम ।
श्री राम, जय राम, जय जय राम ।
विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। उनका जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था, जिसे परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है।
हिन्दू धर्म में भगवान परशुराम प्रमुख और चिरंजीवी यानि अमर देवताओं में से एक माने जाते हैं। उन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार कहा गया है, जिनका धर्म की रक्षा और अधर्म के नाश के लिए अवतार हुआ था।
भगवान परशुराम, जो भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं, वे न केवल धर्म के रक्षक थे बल्कि एक महान युद्ध आचार्य भी थे। उन्होंने कई महान योद्धाओं को शस्त्र और युद्ध की विद्या का ज्ञान दिया था, जिनमें से तीन शिष्य ऐसे थे जिन्होंने महाभारत के ऐतिहासिक युद्ध में कौरवों की सेना की डोर संभाली थी।
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल साल का चौथा महीना होता है। अप्रैल का चौथा हफ्ता विभिन्न त्योहारों और उत्सवों से भरा हुआ है। इस हफ्ते में कई महत्वपूर्ण त्योहार पड़ेंगे।