राधा रानी को भयो अवतार,
बधाई बाज रही,
ऐ जी हाँ बधाई बाज रही,
ऐ री हाँ बधाई बाज रही,
चलो रे चलो रे भानु के द्वार,
बधाई बाज रही ॥
बरसाने में बजत बधाई,
प्रकटी श्री श्यामा सुखदाई,
आई रसिकन की प्राणाधार,
बधाई बाज रही,
राधे रानी को भयो अवतार ॥
लूट रहे हीरे मोतिन माला,
आज मिलेंगे शाल दुशाला,
सखी गाई रही मंगलाचार,
बधाई बाज रही,
राधा रानी को भयो अवतार ॥
जुग जुग जियो राधा प्यारी,
जय जय भानुकुल उजियारी,
छाई ब्रज खुशी अपार,
बधाई बाज रही,
राधे रानी को भयो अवतार ॥
चित्र विचित्र जब सुनी रे खबरिया,
आये पकड़ पागल की उंगलिया,
राधा रानी पे जाये बलिहार,
बधाई बाज रही,
राधे रानी को भयो अवतार ॥
राधा रानी को भयो अवतार,
बधाई बाज रही,
ऐ जी हाँ बधाई बाज रही,
ऐ री हाँ बधाई बाज रही,
चलो रे चलो रे भानु के द्वार,
बधाई बाज रही ॥
विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से तीन पावन ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर विराजित है। लेकिन यहां एक ज्योतिर्लिंग ऐसा है जिसके बारे में तीर्थयात्रियों का मानना है की यहां की यात्रा करने से सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने का लाभ मिलता है।
विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों का शास्त्रों में बहुत अधिक महत्व बताया गया है।
भारत की चारों दिशाओं यानि पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण में चार धाम बसे हुए हैं।
विश्व प्रसिद्ध रामेश्वरम मंदिर के दर्शन करने का हिंदू धर्म में काफी महत्व बताया गया है।