Logo

माँ रेवा: थारो पानी निर्मल (Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal)

माँ रेवा: थारो पानी निर्मल (Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal)


माँ रेवा थारो पानी निर्मल,

खलखल बहतो जायो रे..

माँ रेवा !


अमरकंठ से निकली है रेवा,

जन-जन कर गयो भाड़ी सेवा..

सेवा से सब पावे मेवा,

ये वेद पुराण बतायो रे !


माँ रेवा थारो पानी निर्मल,

खलखल बहतो जायो रे..

माँ रेवा !

........................................................................................................
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है: शिव भजन (Oh Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai)

मेरी जिंदगी में ग़मों का ज़हर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,

पत राखो गौरी के लाल, हम तेरी शरण आये (Pat Rakho Gauri Ke Lal Hum Teri Sharan Aaye)

पत राखो गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥

छठ पूजा: पटना के घाट पर (Patna Ke Ghat Par Chhath)

पटना के घाट पर,
हमहु अरगिया देब,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang