हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
मेरे नयनो के तारे है ।
सारे जग के रखवाले है ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
एक भरोसो एक बल,
एक आस विश्वास ।
एक राम घनश्याम हित,
जातक तुलसी दास ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
जो लाखो पापियों को तारे है ।
जो अधमन को उद्धारे है ।
हम उनकी शरण पधारे है ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
शरणागत आर्त निवारे है ।
हम इनके सदा सहारे है ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
गणिका और गिद्ध उद्धारे है ।
हम खड़े उन्हीके के द्वारे है ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का अत्यंत महत्व है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना के लिए एक विशेष दिन माना जाता है, जो हर महीने दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास का शुक्र प्रदोष व्रत 2025 में एक अत्यंत शुभ योग लेकर आ रहा है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता हैI
हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। मोहिनी एकादशी को विशेष रूप से भगवान विष्णु की प्रिय एकादशी माना जाता है। यह एकादशी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की होती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
सनातन धर्म में एकादशी का बहुत बड़ा महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए खास माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु उपवास रखते हैं और मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन किए जाते हैं। मान्यता है कि एकादशी व्रत से जीवन के दुख दूर होते हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।