है सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण,
तेरे कारण तेरे कारण,
मैया बस तेरे कारण,
मेरे घर में मौज बहार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
मैया मेरी ये फुलवारी,
तुम ही इसकी पालनहारी,
मेरा सुखमय है संसार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
फूल खिले मेरे आँगन में,
पले बड़े तेरे आँचल में,
मेरा भरा हुआ भंडार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
सौंप दिया माँ तेरे हवाले,
‘उर्मिल’ को माँ तू ही संभाले,
मुझे मिला तेरा दरबार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
है सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण,
तेरे कारण तेरे कारण,
मैया बस तेरे कारण,
मेरे घर में मौज बहार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
अयोध्या करती है आव्हान,
ठाट से कर मंदिर निर्माण ॥
आजाआ... ओओओ...
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..
अजब है भोलेनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे,
ऊँचा तेरा धाम,