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भगवान मेरी नैया, उस पार लगा देना(Bhagwan Meri Naiya Us Par Gaga Dena)

भगवान मेरी नैया, उस पार लगा देना(Bhagwan Meri Naiya Us Par Gaga Dena)

भगवान मेरी नैया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥


हम दीन दुखी निर्बल,

नित नाम रहे प्रतिपल,

यह सोच दरश दोगे,

प्रभु आज नही तो कल,

जो बाग़ लगाया है,

फूलों से सजा देना,

भगवान मेरी नईया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥


तुम शांति सुधाकर हो,

तुम ज्ञान दिवाकर हो,

मम हँस चुगे मोती,

तुम मान सरोवर हो,

दो बूंद सुधारस की,

हमको भी पिला देना,

भगवान मेरी नईया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥


रोकोगे भला कबतक,

दर्शन को मुझे तुमसे,

चरणों से लिपट जाऊं,

वृक्षों से लता जैसे,

अब द्वार खड़ी तेरे,

मुझे राह दिखा देना,

भगवान मेरी नईया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥


मजधार पड़ी नैया,

डगमग डोले भव में,

आओ त्रिशला नंदन,

हम ध्यान धरे मन में,

अब ‘तनवर’ करे विनती,

मुझे अपना बना लेना,

भगवान मेरी नईया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥


भगवान मेरी नैया,

उस पार लगा देना,

अब तक तो निभाया है,

आगे भी निभा देना ॥

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श्री रविदास चालीसा (Sri Ravidas Chalisa)

बन्दौ वीणा पाणि को , देहु आय मोहिं ज्ञान।
पाय बुद्धि रविदास को , करौं चरित्र बखान।

श्री शाकम्भरी चालीसा (Shri Shakambhari Chalisa)

बन्दउ माँ शाकम्भरी, चरणगुरू का धरकर ध्यान ।
शाकम्भरी माँ चालीसा का, करे प्रख्यान ॥

श्री शारदा देवी चालीसा (Shri Sharda Devi Chalisa)

मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज ।
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श्री नर्मदा चालीसा (Shri Narmada Chalisa)

देवि पूजित, नर्मदा, महिमा बड़ी अपार।
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