Surya Gochar 2025: जानें सूर्य गोचर की तारीख, समय और राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव
हिंदू धर्म में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। 2025 की शुरुआत में सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में जाने से कई राशि प्रभावित होंगे। सूर्य का मकर गोचर 14 जनवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा। वहीं, सूर्य 12 फरवरी को रात 10 बजकर 03 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में जाने से कुछ राशियों को आर्थिक उन्नति के साथ व्यापारिक लाभ भी होगा। तो आइए इस आलेख में विस्तार से जानते हैं कि यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ होगा।
जानें किन राशियों को होगा लाभ?
- मेष राशि- मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अत्यंत शुभ होने वाला है। इस अवधि में आर्थिक उन्नति व व्यावसायिक सफलता मिलने के प्रबल योग हैं रहे हैं। इस दौरान मेष राशि वालों को किसी सुखद समाचार की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक बदलाव आने के भी संकेत हैं।
- वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातकों के लिए भी सूर्य का यह गोचर काफ़ी अच्छा साबित होगा। इस राशि के लोगों की आय में वृद्धि की संभावना है। साथ ही नौकरी में प्रमोशन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए भी यह समय उम्दा रहेगा। वृषभ राशि वाले परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। साथ ही इस दौरान इन्हें निवेश का भी अच्छा रिर्टन प्राप्त होगा।
- कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत ही शुभ रहेगा। नए साल में इन्हें आर्थिक उन्नति मिल सकती है। साथ ही सेहत से जुड़ी इस राशि के जातकों की परेशानियां भी खत्म होंगी। जीवनसाथी का सानिध्य मिलेगा। और व्यापार में भी विस्तार होने की संभावना है।
- सिंह राशि- सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का मकर गोचर अच्छे दिनों का निर्माण करने वाला होगा। आत्मविश्वास के साथ सिंह राशि के जातकों को कार्यों में भी सफ़लता मिलेगी। साथ ही इनकी धन की स्थिति भी अच्छी होगी। कारोबार में तरक्की मिल सकती है। और नौकरी पेशा करने वालों को पदोन्नति प्राप्त हो सकती है।
- वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वालों को भी भाग्य का साथ मिलेगा। इन्हें, भाग्यवश किसी काम में अप्रत्याशित सफलता हासिल हो सकती है। साथ ही इनके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। इस राशि के जातक वाणी से लोगों को प्रभावित करने में सफल रहेंगे। और इनके अटके हुए धन की भी वापसी हो सकती है।
........................................................................................................हिंदू धर्म में शुक्रवार के दिन मां संतोषी और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि शुक्रवार को माता संतोषी और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी दुखों का नाश होता है और माता रानी अपने भक्तों को सभी कष्टों से बचाती हैं।
शनिदेव को ग्रहों का राजा कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिवत शनिदेव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और कुंडली में साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिलती है।
हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। इस दिन भक्त सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं व्रत रखते हैं। सूर्य देव को 9 ग्रहों में राजा माना गया है और इनकी पूजा से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं।
हिंदू धर्म में भगवान परशुराम महान योद्धा और ऋषियों में से एक माने जाते हैं। वे भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं, जिन्हें धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश के लिए जाना जाता है।