नई पुस्तक का विमोचन किसी लेखक के लिए एक बेहद खास अवसर होता है। यह न केवल उसकी विद्या और ज्ञान का प्रतीक होता है, बल्कि उसकी मेहनत और समर्पण की भी पहचान होती है।
भारतीय परंपरा में किसी भी शुभ कार्य को प्रारंभ करने से पहले पूजा-पाठ और देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेना आवश्यक माना जाता है। इसी प्रकार, किसी पुस्तक का विमोचन केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि यह एक आध्यात्मिक प्रक्रिया भी होती है।
इस पूजा में ज्ञान के देवता भगवान सरस्वती और प्रथम पूज्य गणपति का आह्वान किया जाता है। इससे लेखक और प्रकाशक को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है, जो उन्हें पुस्तक के प्रचार और प्रसार में सहायता करती है। चलिए, आपको नई पुस्तक के शुभारंभ के समय होने वाली पूजा विधि और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
1.शुद्धिकरण एवं स्थापना:
2.गणपति एवं सरस्वती पूजन:
3.दीप-धूप एवं मंत्रोच्चार:
4.तिलक एवं अक्षत अर्पण:
5.आरती करें:
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि 4 जून 2025 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा, तो अंक ज्योतिष के माध्यम से आप जान सकते हैं। अंक ज्योतिष जन्म तारीख के आधार पर हर व्यक्ति के जीवन में आने वाली संभावनाओं और सावधानियों की ओर संकेत करता है।
आज का दिन यानी 5 जून 2025 तारीख है। इस दिन को जोड़ने पर कुल योग बनता है 5 + 6 + 2 + 0 + 2 + 5 = 20 → 2 + 0 = 2। यानी आज का मूलांक बनता है 2। अंक 2 का संबंध चंद्रमा से होता है, जो भावनाओं, संवेदनाओं और रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है।
आज दिनांक 6 जून 2025 है और अंक ज्योतिष के अनुसार इसका मूलांक बनता है 6। अंक 6 शुक्र ग्रह का प्रतीक माना जाता हैI
आज का दिन यानी 7 जून 2025, अंक ज्योतिष के नजरिए से खास है। जिन लोगों की जन्मतिथि 7, 16 या 25 है, उनका मूलांक 7 होता है। आज का दिनांक 7 के प्रभाव में है, जो कि केतु ग्रह का अंक माना जाता है।