लक्ष्मी जयंती को मां लक्ष्मी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस तिथि पर मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। हिंदू पंचांग के अनुसार लक्ष्मी जयंती फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है, और इस वर्ष यह 14 मार्च को है।
लक्ष्मी जयंती पर देवी लक्ष्मी की पूजा सभी अनुष्ठानों और आध्यात्मिक तरीकों से की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि लक्ष्मी जयंती पर देवी लक्ष्मी की पूजा करने से हमें उनका आशीर्वाद मिलता है, और हमें धन, सौभाग्य और समृद्धि से भरा एक वर्ष प्राप्त होता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी का जन्म समुद्र मंथन के दौरान क्षीर सागर से हुआ था। इस समय देवी लक्ष्मी श्वेत वस्त्र और तेजस्वी सौंदर्य धारण कर क्षीर सागर से प्रकट हुईं, जो शांति और समृद्धि का प्रतीक थीं। इसीलिए उन्हें क्षीर सागर की पुत्री भी कहा जाता है।
देवी लक्ष्मी धन, समृद्धि और सौभाग्य की हिंदू देवी हैं। इसी कारण लक्ष्मी जयंती बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। कहा जाता है कि इस समय पूजा करना बहुत शुभ होता है, जिससे सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। साथ ही यह आपको धन हानि से भी बचाती है और आपके घर और व्यवसाय में धन का आगमन होता है।
शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का माना जाता है, और इस बार लक्ष्मी जयंती भी शुक्रवार को ही आ रही है। इस कारण यह पूजा करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक अच्छा संयोग है।
ऐसा करने से आपको आशीर्वाद प्राप्त होगा, जो आपके घर में समृद्धि और धन लाएगा तथा आपको धन हानि से बचाएगा।
चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है, जो मां दुर्गा का नौवां स्वरूप है। मां सिद्धिदात्री शब्द का अर्थ है सिद्धियों को प्रदान करने वाली देवी। इसीलिए मां के इस रूप की पूजा-अर्चना और साधना करने से सभी कार्यों में सिद्धि मिलती है।
आज 11 अप्रैल 2025 चैत्र माह का छब्बीसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि चतुर्दशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर ध्रुव योग रहेगा।
आज 12 अप्रैल 2025 चैत्र माह का सत्ताईसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि पूर्णिमा है, इसे चैत्र पूर्णिमा भी कहा जाता है। आज शनिवार का दिन है।
आज 13 अप्रैल 2025 वैशाख माह का पहला दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर हर्षण योग रहेगा।