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कब है भाई दूज 2 या 3 नवंबर, जानें शुभ मुहूर्त

कब है भाई दूज 2 या 3 नवंबर, जानें शुभ मुहूर्त

Bhai Dooj 2024: भाई दूज कब है, जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा की विधि और नियम


दीपोत्सव दिवाली के पांच दिवसीय महोत्सव में गोवर्धन पूजा के अगले दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक इस त्योहार के साथ ही दिवाली उत्सव का समापन होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उसकी रक्षा करने का वादा भी करते हैं। भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। 

भक्त वत्सल के इस लेख में हम आपको भाई दूज की पूजा विधि, पूजन सामग्री और भाई के तिलक करने के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।


भाई दूज की पूजन सामग्री


भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए पूजा की थाली में टीका, चावल, नारियल या सूखा नारियल, मिठाई, कलावा, दीया, धूप और रुमाल रखें। 


भाई दूज की पूजन विधि


  • पूजन सामग्री से पूजा की थाली सजाने के बाद घर के मंदिर और देवस्थान की साफ सफाई करें।
  • वहां घी का दीपक जलाएं। भाई के लिए पिसे हुए चावल से चौक बनाएं और फिर भाई दूज की कहानी पढ़ें।
  • भाई को भोजन करवाकर उसे तिलक लगाएं और आरती करें।
  • भाई के हाथ में कलावा बांधे और मुंह मीठा करें। इस दिन भाई को सूखा नारियल देने का विशेष महत्व है।
  • भगवान से भाई की लंबी उम्र की कामना करें। अंत में भाई अपनी बहन को यथासंभव, यथाशक्ति उपहार दें।


भाई दूज पर पढ़ें ये मंत्र


भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए इस मंत्र का उच्चारण करें।

‘गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजा कृष्ण को, गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई की आयु बढ़े।'


भाई दूज 2024 कब है


हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का आरंभ 02 नवंबर 2024 को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगा और समापन 03 नवंबर 2024 को होगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार 3 नवंबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। 


भाई दूज पर तिलक करने का शुभ मुहूर्त


भाई दूज के दिन यानी 03 नवंबर 2024 को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर बाद 01 बजकर 10 मिनट से लेकर 03 बजकर 22 मिनट तक है।

 

भाई दूज के दिन ऐसे करें भैया का तिलक


  1. भाई दूज के दिन सुबह उठकर स्नान करें। 
  2. साफ व नए वस्त्र धारण करें। 
  3. तिलक की थाली फल, फूल, मिठाई, कुमकुम, चंदन, रोली, सुपारी आदि चीजों से तैयार करें।
  4. भाई को चौक पर या साफ-सुथरी जगह पर बिठाएं। 
  5. शुभ मुहूर्त के अनुसार भाई का तिलक करें।
  6. भाई को सुपारी, काले चने, बताशे, सूखा नारियल आदि चीजें भेंट दें। भाई की आरती उतारें।
  7. तिलक के बाद भाई अपनी बहनों को उपहार दें और उनका आशीर्वाद लें। 

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