ये अटल भरोसा प्यारे,
खाली ना जाएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥
एक अटल भरोसा ही था,
सीता को प्रभु भक्ति पर,
और प्रभु को भी था भरोसा,
श्री हनुमत की शक्ति पर,
चाहे लाख बड़ा हो सागर,
ये लांघ जाएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥
प्रभु नाम का सुमिरन ही तो,
विभीषण करता आया,
उस सुमिरन के बल पर ही,
हनुमान को सम्मुख पाया,
हर सच्चे भक्त का प्रभु से,
ये मिलन कराएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥
‘योगी’ सुमिरन की युक्ति,
तेरा प्रभु से योग कराए,
खुद रामायण भी भक्तो,
हरि नाम महत्व बताए,
इस पावन नाम सहारे,
भव पार जाएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥
ये अटल भरोसा प्यारे,
खाली ना जाएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा,
तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। वहीं आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर आद्रा नक्षत्र और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा मिथुन राशि में हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। वहीं आज दशमी का दिन है। इस तिथि पर पुनर्वसु नक्षत्र और सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है।
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो दीवाली के बाद मनाया जाता है। इस दिन को भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र देवता को पराजित करने की स्मृति में मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए सही समय और शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन जैसे मांगलिक कार्य तभी किए जाते हैं जब ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल हो। साथ ही, कुछ विशेष समय ऐसे भी होते हैं जब ये कार्य नहीं किए जाते।