Logo

तोरा मन दर्पण कहलाए - भजन (Tora Man Darpan Kahlaye)

तोरा मन दर्पण कहलाए - भजन (Tora Man Darpan Kahlaye)

​तोरा मन दर्पण कहलाए,

भले, बुरे, सारे कर्मों को,

देखे और दिखाए ॥


मन ही देवता,

मन ही ईश्वर,

मन से बड़ा ना कोई,

मन उजियारा,

जब जब फैले,

जग उजियारा होए,

इस उजले दर्पन पर प्राणी,

धूल ना ज़मने पाए ॥


​तोरा मन दर्पण कहलाये,

भले, बुरे, सारे कर्मों को,

देखे और दिखाए ॥


सुख की कलियाँ,

दुःख के काँटे,

मन सब का आधार,

मन से कोई बात छूपे ना,

मन के नैन हजार,

जग से चाहे भाग ले कोई,

मन से भाग ना पाए ॥


​तोरा मन दर्पण कहलाये,

भले, बुरे, सारे कर्मों को,

देखे और दिखाए ॥


तन की दौलत ढ़लती छाया,

मन का धन अनमोल,

तन के कारन मन के,

धन को मत माटी में रोल,

मन की कदर भूलानेवाला,

हीरा जनम गंवाए ॥


​तोरा मन दर्पण कहलाये,

भले, बुरे, सारे कर्मों को,

देखे और दिखाए ॥


​तोरा मन दर्पण कहलाए,

भले, बुरे, सारे कर्मों को,

देखे और दिखाए ॥

........................................................................................................
हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये - विनती भजन (Shyam Puspanjali Shri Khatu Shyamji Vinati)

हाथ जोड़ विनती करूं सुणियों चित्त लगाय,
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज,

Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar ( शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर )

आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,

बाहुबली से शिव तांडव स्तोत्रम, कौन-है वो (Shiv Tandav Stotram And Kon Hai Woh From Bahubali)

जटा कटा हसं भ्रमभ्रमन्नि लिम्प निर्झरी,
विलोलवी चिवल्लरी विराजमान मूर्धनि।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang