थोड़ा देता है या ज्यादा देता है,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
हमारे पास जो कुछ भी है,
ईसी की है मेहरबानी,
हमेशा भेजता रहता,
कभी दाना कभी पानी,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
हमेशा भूखे उठते है,
कभी भूखे नहीं सोते,
भला तकलीफ हो कैसी,
हमारे भोले के होते,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
दीया जो भोले बाबा ने,
कभी कर्जा नहीं समझा,
दयालु भोले ने हमको,
हमेशा अपना ही समझा,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
हमने ‘बनवारी’ हरदम ही,
बड़े अधिकार से मांगा,
खुशी से इसने दे डाला,
जो भी दातार से मांगा,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
थोड़ा देता है या ज्यादा देता है,
हमको तो जो कुछ भी देता,
भोला देता है,
थोड़ा देता हैं या ज्यादा देता हैं ॥
ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। भक्त अपने घरों में श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करते हैं।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक दृष्टि से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भगवान कृष्ण की अद्भुत लीलाओं और शिक्षाओं को स्मरण करने का दिवस माना जाता है।
पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। 3 का जन्म कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था, इसलिए इस दिन को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।