Logo

तेरे द्वार खड़ा भगवान, भक्त भर (Tere Dwaar Khada Bhagawan Bhagat Bhar De Re Jholi)

तेरे द्वार खड़ा भगवान, भक्त भर (Tere Dwaar Khada Bhagawan Bhagat Bhar De Re Jholi)

तेरे द्वार खड़ा भगवान,

भक्त भर दे रे झोली ।

तेरा होगा बड़ा एहसान,

के युग युग तेरी रहेगी शान ॥


डोल उठी है सारी धरती देख रे,

डोला गगन है सारा ।

भीख मांगने आया तेरे घर,

जगत का पालनहारा ।

मैं आज तेरा मेहमान,

कर के रे मुझ से जरा पहचान ॥

भक्त भर दे रे झोली ।

॥ तेरे द्वार खड़ा भगवान...॥


आज लुटा दे रे सर्वस अपना,

मान ले रे कहना मेरा ।

मिट जायेगा पल में तेरा,

जनम जनम का फेरा रे ।

तू छोड़ सकल अभिमान,

अमर कर ले रे तू अपना दान ॥

भक्त भर दे रे झोली ।

॥ तेरे द्वार खड़ा भगवान...॥


तेरे द्वार खड़ा भगवान,

भक्त भर दे रे झोली।

तेरा होगा बड़ा एहसान,

के युग युग तेरी रहेगी शान ॥

........................................................................................................
यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang