शुरू हो रही है राम कहानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी,
महिमा पुरानी वेद बखानी,
तुलसी की वाणी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
जग कर्ता-धर्ता भरता है,
माता पिता बंधु दाता है,
प्रेम से याज्ञवल्क्य जी गाये,
जीवन धन मानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
कथा श्रवण से सुख मिलता है,
जन्म मरण भव दुख मिटता है,
कागभुसुंडि जी नित गाये,
सब गुण खानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
अधर्म राज का अंत हुआ है,
जीवन धर्म जीवंत हुआ है,
अवध में राजा राम सुहाए,
सीता महारानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
दुनिया का अनमोल रतन है,
कृष्णानंद का जीवन धन है,
पार्वती को शिव जी सुनाएं,
परा भक्ति दानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
शुरू हो रही है राम कहानी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी,
महिमा पुरानी वेद बखानी,
तुलसी की वाणी,
शुरू हो रही हैं राम कहानी ॥
हिंदू धर्म में वाराणसी को धर्म की नगरी कहा जाता है। जो सबसे पवित्र स्थानों में एक माना जाता है। वाराणसी का पुराना नाम काशी है। काशी को प्रकाश का स्थान भी कहा जाता है। यहां भगवान शिव का मंदिर है।
प्रयागराज में 13 जनवरी से कुंभ मेले की शुरुआत होने जा रही है। यह हिंदू धर्म का सबसे बड़ा समागम है, जिसमें लाखों हिंदू श्रद्धा की डुबकी लगाते हैं।
प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां पूरी कर ली गई है। 12 जनवरी से इसकी शुरुआत होने जा रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग कल्पवास के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे और माघ का महीना गंगा किनारे बिताएंगे।
हिंदू धर्म में कल्पवास की परंपरा मोक्ष और शांति का साधन है। यह माघ महीने में गंगा, यमुना , सरस्वती के संगम पर संयमित जीवन जीने की परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है।