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शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ (Shiv Shankar Ko Jisne Pooja)

शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ (Shiv Shankar Ko Jisne Pooja)

शिव शंकर को जिसने पूजा,

उसका ही उद्धार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ ॥


भोले शंकर की पूजा करो,

ध्यान चरणों में इसके धरो ।

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...


डमरू वाला है जग में दयालु बड़ा

दीन दुखियों का देता जगत का पिता ॥

सब पे करता है ये भोला शंकर दया

सबको देता है ये आसरा ॥


इन पावन चरणों में अर्पण,

आकर जो इक बार हुआ,

अंतकाल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ,

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...


नाम ऊँचा है सबसे महादेव का,

वंदना इसकी करते है सब देवता ।

इसकी पूजा से वरदान पातें हैं सब,

शक्ति का दान पातें हैं सब।


नाथ असुर प्राणी सब पर ही,

भोले का उपकार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ॥


शिव शंकर को जिसने पूजा,

उसका ही उद्धार हुआ ।

अंत काल को भवसागर में,

उसका बेडा पार हुआ ॥


भोले शंकर की पूजा करो,

ध्यान चरणों में इसके धरो ।

हर हर महादेव शिव शम्भू,

हर हर महादेव शिव शम्भू ।

हर हर महादेव शिव शम्भू...

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श्री रघुपति जी की वंदना (Shri Raghupati Ji Ki Vandana)

बन्दौं रघुपति करुना निधान, जाते छूटै भव-भेद ग्यान॥
रघुबन्स-कुमुद-सुखप्रद निसेस, सेवत पद-पन्कज अज-महेस॥

आरती श्री जानकीनाथ जी की (Aarti Shri Jankinath Ji Ki)

ॐ जय जानकीनाथा, प्रभु! जय श्रीरघुनाथा।
दोउ कर जोरें बिनवौं, प्रभु! सुनियेबाता॥

आरती श्री राम रघुवीर जी की (Aarti Shri Ram Raghuveer Ji Ki)

ऐसी आरती राम रघुबीर की करहि मन।
हरण दुख द्वन्द, गोविन्द आनन्दघन॥

श्री गणेश चालीसा

जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल।
विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥

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