सारी दुनिया में अब लोगो के दुःख कटने वाले हैं,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
दशरथ के घर जन्म लिया नाम रखा था राम,
दुनिया को है मोक्ष दिया यही था उनका काम,
गली गली और गांव गांव को ख़ूब सजाने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
बलियो में बल रखने वाले परम भक्त हनुमान,
राम नाम की रटन लगाना यही है इनका काम,
अंजनी पुत्र हनुमत देखो आये जीत दिलाने है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
घर घर भगवा लहराएगा सबको हुआ है मान,
धर्म सनातन लाना है किया था ये ऐलान,
मोदी और योगी भी बन गये,
पवन और अंकित भी बन गये देखो राम दीवाने है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
राम सिया आने वाले है अयोध्या आने वाले है,
मेरे प्रभु आने वाले है सियावर आने वाले है ॥
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है,
राम सिया आने वाले है अवध में आने वाले है ॥
हिंदू धर्म में नर्मदा नदी बेहद पवित्र और पूजनीय नदी मानी जाती है। इसे 'कुंवारी नदी' और 'रेवा' के नाम से भी जाना जाता है।
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की कृपा के बिना कोई भी शुभ काम सफल नहीं होता है इसलिए, घर बनाने से पहले भूमि पूजन करना बहुत जरूरी है। इस अनुष्ठान से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति आती है।
सरस्वती नदी का उल्लेख विशेष रूप से ऋग्वेद, महाभारत, और विष्णु पुराण जैसे ग्रंथों में किया गया है। वेदों में इसे एक दिव्य नदी के रूप में पूजा गया है और यह ज्ञान, कला और संगीत की देवी सरस्वती से जुड़ी हुई मानी जाती है।
राधे जय जय माधव-दयिते
गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते