जीवन का निष्कर्ष यही है,
प्रभु प्रेम में लग जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना ॥
राम कथा की पावन गंगा,
अविरल बहती जाए,
प्रेम भाव की शीतल लहरें,
भीतर तक लहराए,
कुछ बातें है सुनने लायक,
कुछ बातें गुनकर जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना ॥
उत्तम बने विचार यही,
मतलब है रामकथा का,
औरों की पीड़ा का हो,
मन में आभास व्यथा का,
कुल परिवार ओढ़ ले प्यारे,
वो चादर बुनकर जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना ॥
तुलसीदास भगीरथ बनकर,
तप जप किए अभंगा,
तब जाकर मानस से निकली,
पाप नाशनी गंगा,
रामकथा गंगा में ‘राजन’,
तिरते तिरते तर जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना ॥
जीवन का निष्कर्ष यही है,
प्रभु प्रेम में लग जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना,
आओ सब मिल बैठो प्यारे,
राम कथा सुनकर जाना ॥
घर का मंदिर एक पवित्र स्थान है जहां हम अपने आराध्य देवों की पूजा करते हैं। यह न केवल हमारी भक्ति के केंद्र है, बल्कि आस्था का मार्ग भी दिखाता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसका कल्याण निश्चित होता है।
अपना घर बनाते समय दिशा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है और दक्षिण मुखी घर अशुभ माना जाता है।
महाकुंभ 2025 की शुरुआत में अब 1 महीने से भी कम समय बचा है। शाही स्नान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रयागराज का त्रिवेणी संगम हिंदु धर्म के सबसे बड़े समागम के लिए तैयार है।