म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हाने एक छे थारो आधार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
राखि पत प्रहलाद की,
धर नरसिंह अवतार,
खम्भ फाड़ प्रकट भए,
तारयो भूमि को सारो भार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
पूंजी गोपी चंदन मेरो,
तुलसी सोने रो हार,
साँचा गहना सांवरा,
म्हारी दौलत छे,
झांझ कड़ताल रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
राणा जी ने विष दियो,
छल मीरा रे साथ,
प्याला विष अमृत भयो,
राखि भक्ता की जाती लाज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हाने एक छे थारो आधार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥
जय हो जय हो महाकाल राजा,
तेरी किरपा की छाई है छाया ।
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तुम्हारी जी बजरंग बली
लेके शिव रूप आना गजब हो गया