जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जब लगे पाप धरती पे बढ़ने तभी,
आके दुष्टो को तुमने संहारा तभी,
राम बनकर के मारे रावण को कभी,
प्राण कंस के हरना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जब लगे तुम सखाओ के संग खेलने,
आ गए देव सारे ये पल देखने,
गेंद जाकर गिरी कालियादेह में,
नाग नथकर के आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
आज तेरा मनाए हम जन्मोदिवस,
सबकी आँखों में तुम ही बसे हो प्रभु,
आके दीदार दे दो घडी के लिए,
तेरा पल भर को आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
फुलेरा दूज भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्रतीक का त्योहार है। यह त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। वहीं यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का संकेत भी होता है।
फुलेरा दूज हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को समर्पित होता है। इस दिन को उत्तरी राज्य खासकर ब्रज क्षेत्र में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। विनायक चतुर्थी, उन्हीं को समर्पित एक त्योहार है। यह फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
स्कन्द षष्ठी फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला त्योहार है। यह त्योहार भगवान कार्तिकेय को समर्पित है, जिसका हिंदू धर्म में खास महत्व है।