Logo

जब तें रामु ब्याहि घर आए(Jab Te Ram Bhayai Ghar Aaye)

जब तें रामु ब्याहि घर आए(Jab Te Ram Bhayai Ghar Aaye)

॥ दोहा॥

श्री गुरु चरन सरोज रज

निज मनु मुकुरु सुधारि ।

बरनउँ रघुबर बिमल जसु

जो दायकु फल चारि ॥


॥ चौपाई ॥

जब तें रामु ब्याहि घर आए ।

नित नव मंगल मोद बधाए ॥

भुवन चारिदस भूधर भारी ।

सुकृत मेघ बरषहिं सुख बारी ॥1॥


रिधि सिधि संपति नदीं सुहाई ।

उमगि अवध अंबुधि कहुँ आई ॥

मनिगन पुर नर नारि सुजाती ।

सुचि अमोल सुंदर सब भाँती ॥2॥


कहि न जाइ कछु नगर बिभूती ।

जनु एतनिअ बिरंचि करतूती ॥

सब बिधि सब पुर लोग सुखारी ।

रामचंद मुख चंदु निहारी ॥3॥


मुदित मातु सब सखीं सहेली ।

फलित बिलोकि मनोरथ बेली ॥

राम रूपु गुन सीलु सुभाऊ ।

प्रमुदित होइ देखि सुनि राऊ ॥4॥

........................................................................................................
ॐ नमः शिवाय मंत्र का रहस्य

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान शिव की पूजा और आराधना के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।

शिव की 11 प्रिय चीजें कौन सी हैं?

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हम भगवान शिव की महिमा और उनकी प्रिय चीजों के बारे में बात करने जा रहे हैं। भगवान शिव को आशुतोष कहा जाता है, जिसका अर्थ है तुरंत और तत्काल प्रसन्न होने वाले देवता।

शिव तांडव स्तोत्र का महत्व और लाभ

सनातन धर्म में मंत्र और स्तोत्र का विशेष महत्व माना जाता है। धर्म शास्त्रों में मंत्र जाप और स्तोत्र के नियमित पाठ के द्वारा भगवान को प्रसन्न करने का विधान है।

भोलेनाथ के लिए इन मंत्रों का जाप करें

फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी तिथि यानी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पूजा के दौरान अगर भगवान शिव के महामंत्रों का जाप किया जाए, तो इससे मृत्यु का भय दूर हो जाता है I

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang