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हम हो गए शंकर बाबा के (Hum Hogaye Shankar Baba Ke)

हम हो गए शंकर बाबा के (Hum Hogaye Shankar Baba Ke)

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम शीश झुका कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के ॥


हम हो गए शंकर बाबा के

हम हो गए भोलें बाबा के

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,


कोई तुमसा ना भोलाभाला है

सारे जग का तू रख वाला है

हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,


जयकरा लगा कर कहते है

हम हो गए शंकर बाबा के

हम कल थे शंकर बाबा के,

हम आज भी शंकर बाबा के,

हम हाथ उठा कर कहते है

सदा रहेगे शंकर बाबा के,


सारी मोहमाया को छोड़ दिया,

बस तुमसे नाता जोड़ लिया,

सर ऊँचा करके कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम हाथ उठा कर कहतें है ॥


हम हाथ उठा कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के,

हम शीश झुका कर कहते है,

हम हो गए शंकर बाबा के ॥


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जया एकादशी चालीसा का पाठ

माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधिवत रूप से करने से व्यक्ति को उत्तम फलों की प्राप्ति हो सकती है।

थाईपुसम त्योहार कब है

थाईपुसम त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। भक्तजन जीवन की बाधाओं को पार करने के लिए मार्गदर्शन पाने के लिए मुरुगन से प्रार्थना करते हैं।

रवि प्रदोष व्रत शाम में पूजा

हिंदू धर्म में अनेक तीथियां जो बेहद पावन मानी गई है उनमें से ही एक है त्रयोदशी तिथि। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है। इस दिन साधक प्रदोष व्रत रखते हैं।

प्रदोष व्रत के फायदे

प्रदोष व्रत त्रयोदशी के दिन रखा जाता है। इसलिए, इसे त्रयोदशी के नाम से भी जानते हैं। प्रत्येक महीने में दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है।

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