हनुमान तेरी कृपा का भंडारा चल रहा है,
हर और घना अँधेरा मेरा दीप जल रहा है,
कोई रहा ना बेबस ना कोई अभागा,
तूने दिया भगत को किस्मतो से ज़्यादा ॥
सुध बुध खोई मैंने मन हनुमान से जोड़ा,
अब काहे मैं सोचूं क्या पाया क्या छोड़ा ॥
सूखे में सावन सा तू कश्ती तूफानों की,
गिनती ना हो पाए तेरे एहसानो की,
भक्तों ने जब भी पुकारा तू आया दौड़ा दौड़ा,
क्या पाया क्या छोड़ा ॥
जो भी हनुमान को पूजे और चाहे सच्चे मन से,
कोसो दूर है रहता दुःख उसके जीवन से,
सबने दुःख में छोड़ा पर तूने मुख ना मोड़ा,
क्या पाया क्या छोड़ा ॥
कनक बदन कुंडल मकर, मुक्ता माला अंग। पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के संग।
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि है और इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है। इस दिन भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए व्रत भी रखा जाता है।
हिंदू धर्म में काल भैरव जयंती का विशेष महत्व है, हिंदू कैलेंडर के अनुसार ये तिथि मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
सौभाग्य सुंदरी तीज उत्तर भारत में विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो पारंपरिक हिंदू कैलेंडर के मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष के तृतीया को मनाया जाता है।