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Hamare Do Hi Rishtedar (हमारे दो ही रिश्तेदार)

Hamare Do Hi Rishtedar (हमारे दो ही रिश्तेदार)

हमारे दो ही रिश्तेदार,

एक हमारी राधा रानी,

दूजे बांके बिहारी सरकार।

हमारे दो ही रिश्तेदार,


सेठ हमारे बांके बिहारी,

सेठानी वृशभानु दुलारी,

जो कोई जपता राधे राधे,

वो हो जाये भव से पार,

हमारे दो ही रिश्तेदार,


हमारे दो ही रिश्तेदार,

एक हमारी राधा रानी,

दूजे बांके बिहारी सरकार।


ममतामयी है राधिका रानी,

हर बात श्याम ने इनकी मानी,

राधा नाम की जड़ी बूटी से ,

होते यहां उपचार,

हमारे दो ही रिश्तेदार,


हमारे दो ही रिश्तेदार,

एक हमारी राधा रानी,

दूजे बांके बिहारी सरकार।


न कोई चिंता न कोई टेंशन,

राधा नाम है दिल मे मेंशन,

भरी सभा मे कह सकते है,

आई लव यू सरकार ,

हमारे दो ही रिश्तेदार


हमारे दो ही रिश्तेदार,

एक हमारी राधा रानी,

दूजे बांके बिहारी सरकार।


चाहे जो आनन्द में रहना

मान लो कनिष्क का कहा

हर पल है आनन्द बरसता

अनोखा है ये दरबार

हमारे दो ही रिश्तेदार


हमारे दो ही रिश्तेदार,

एक हमारी राधा रानी,

दूजे बांके बिहारी सरकार।

हमारे दो ही रिश्तेदार

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किसे नहीं देखना चाहिए होलिका दहन

होली का त्योहार जितना रंगों और उमंग से भरा होता है, उतनी ही महत्वपूर्ण इससे जुड़ी धार्मिक परंपराएं भी हैं। होलिका दहन एक पौराणिक परंपरा है, जो बुराई के अंत और अच्छाई की जीत का प्रतीक मानी जाती है।

कैसे शुरू हुई होलिका दहन की प्रथा

होली का पर्व रंगों और उमंग के साथ-साथ धार्मिक आस्था से भी जुड़ा हुआ है। होलिका दहन की परंपरा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

होलिका दहन के दौरान ना करें ये गलती

होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए होलिका दहन किया जाता है।

होलिका दहन के उपाय

होलिका दहन नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने और जीवन में खुशहाली लाने का प्रतीक माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी, शारीरिक बीमारियों और व्यापार में आ रही परेशानियां दूर हो सकती हैं।

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