दानी बड़ा ये भोलेनाथ,
पूरी करे मन की मुराद,
देख ले माँग के माँग के,
तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,
तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा॥
दिन दयालु कहे इसको जमाना,
काम है इसका किस्मत जगाना,
भोले के दर पे जिसने अर्जी लगाई है,
हाथो ही हाथ हुई उसकी सुनाई है,
देख ले माँग के माँग के,
तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,
तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।
॥ दानी बड़ा ये भोलेनाथ...॥
देवो का देव तीनो लोको का स्वामी,
देखि दातारि हुई दुनिया दीवानी,
राजा बनाये पल भर में भिखारी को,
करते निहाल भोले अपने पुजारी को,
देख ले माँग के माँग के,
तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,
तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।
॥ दानी बड़ा ये भोलेनाथ...॥
भोला भाला है दिल इसका बड़ा है,
देखे कभी ना कौन लेने खड़ा है,
रावण को सोने की लंका दे डाली,
सोनू लौटाया नहीं किसी को भी खाली,
देख ले माँग के माँग के,
तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,
तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा।
दानी बड़ा ये भोलेनाथ,
पूरी करे मन की मुराद,
देख ले माँग के माँग के,
तेरा बिगड़ा मुक्कदर सवर जायेगा,
तेरा दामन भी खुशियों से भर जायेगा॥
भक्तो के घर कभी आओ माँ,
आओ माँ आओ माँ आओ माँ,
भला किसी का कर ना सको तो,
बुरा किसी का मत करना,
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। इस दिन का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और इसे पूजा, पाठ और दान के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।
भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,