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माघ महीने के व्रत त्योहार

माघ महीने के व्रत त्योहार

Magh Vrat Tyohar : इस दिन से शुरू हो रहा है माघ महीना, इस महीने के तीज-त्योहारों की पूरी लिस्ट देखिए 


हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ महीना साल का ग्यारहवां महीना है। यह महीना धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत खास होता है। हिंदू धर्म में इस महीने को बहुत शुभ माना जाता है। इस दौरान लोग भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा करते हैं। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि इस साल माघ का महीना कब शुरू होगा और इस माह में कौन-कौन से तीज-त्योहार पड़ने वाले हैं?

कब से शुरू होगा माघ का महीना?


हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास का विशेष महत्व है। यह महीना हर साल मकर संक्रांति के पावन पर्व के साथ शुरू होता है। इस वर्ष, 14 जनवरी, 2025 को मकर संक्रांति के पर्व के साथ माघ मास का आरंभ होगा और यह 12 फरवरी, 2025 तक चलेगा।

माघ मास को धर्म-कर्म और पवित्र स्नान का महीना माना जाता है। इस महीने में किए गए धार्मिक अनुष्ठान, दान और व्रत व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं। मान्यता है कि इस महीने में किए गए पुण्य कर्मों का फल कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए, हिंदू धर्म में माघ मास को भाग्यशाली महीना भी कहा जाता है।

माघ माह में पड़ने वाले तीज और त्योहार कौन-कौन से हैं? 


हिंदू धर्म में माघ माह के सभी माह में भाग्यशाली माना गया है। इस माह में पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। 

  • 14 जनवरी 2025 – मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण
  • 17 जनवरी 2025 – सकट चौथ
  • 25 जनवरी 2025 – षटतिला एकादशी
  • 27 जनवरी 2025 – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत
  • 29 जनवरी 2025 – माघी अमावस्या, मौनी अमावस्या
  • 1 फरवरी 2025 – विनायक चतुर्थी
  • 2 फरवरी 2025 – बसंत पंचमी
  • 4 फरवरी 2025 – नर्मदा जयंती
  • 8 फरवरी 2025 – जया एकादशी
  • 9 फरवरी 2025 – प्रदोष व्रत
  • 12 फरवरी 2025 – माघ पूर्णिमा व्रत, कुंभ संक्रांति, गुरु रविदास जयंती

माघ माह का धार्मिक महत्व क्या है?


सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार, इस महीने सूर्य देव उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर प्रस्थान करते हैं। इस परिवर्तन के साथ ही कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद जग जाती है। मान्यता है कि इस महीने देवी-देवता धरती पर अवतरित होते हैं और प्रयागराज के संगम में पवित्र स्नान करते हैं। इस दिव्य दृश्य को देखकर संसार के पालनहार भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इस महीने गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने और जरूरतमंदों को दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,  माघ मास के दौरान सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे उत्तरायण यात्रा कहा जाता है। उत्तरायण यात्रा को शुभ माना जाता है और इस दौरान किए गए धार्मिक कार्य विशेष फलदायी होते हैं। माघ मास में शनि देव की शांति के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं। शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है और उनकी कृपा से व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है। माघ मास में किए गए धार्मिक कार्यों से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ मास में ईश्वर की भक्ति करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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