Aaj Ka Panchang 17 February 2025: पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। वहीं आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर चित्रा नक्षत्र और शूल योग का संयोग बन रहा है। वहीं आज चंद्रमा तुला राशि में मौजूद हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 01 बजकर 08 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल सुबह 08 बजकर 22 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 46 मिनट तक है। आज तिथि के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति के जीवन कोई परेशानी आ रही है तो इस दिन भोलेनाथ की पूजा विधिवत रूप से करने से लाभ हो सकता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, चंद्रमा वर्तमान में सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं, जो सूर्य की राशि है। इससे पहले, वे कर्क राशि में थे, जहाँ वे उच्च स्थिति में थे और बहुत शक्तिशाली थे। शनिवार, 15 फरवरी, 2025 को, चंद्रदेव 5 बजकर 44 मिनट पर सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। वे सोमवार, 17 फरवरी, 2025 की शाम तक इस राशि में रहेंगे। इस राशि के स्वामी बुध हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि चंद्रमा और बुध के बीच एक विशेष संबंध है। चंद्रमा को बुध का पिता माना जाता है, लेकिन इसके बावजूद, बुध ग्रह चंद्रमा को अपना शत्रु मानता है।
17 फरवरी को चित्रा और शूल योग का दिव्य संयोग है। इस दिन चंद्रमा तुला राशि और सूर्य कुंभ राशि में गोचर करते हुए शुभ योग बना रहे हैं। आज सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करें। इस दिन भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को लाभ हो सकता है और मनोवांछित फलों की भी प्राप्ति हो सकती है। इतना ही नहीं, इस दिन मंदिर में जाकर शिवलिंग की अर्धपरिक्रमा जरूर लगानी चाहिए।
आज चित्रा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। आज सोमवार है, जो कि भगवान शिव का दिन है। आज फाल्गुन कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है, जो कि पितरों को समर्पित है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। आज के दिन पितरों को तर्पण करना चाहिए। आज के दिन गरीबों को दान देना चाहिए। आपको बता दें, पंचमी तिथि शुभ कार्यों के लिए अच्छी मानी जाती है। चित्रा नक्षत्र रचनात्मक और कलात्मक कार्यों के लिए उत्तम है और सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन दान-पुण्य विशेष रूप से करने से लाभ हो सकता है।
सनातन परंपरा के अनुसार पृथ्वी पर जहां-जहां सती के अंग या फिर उनसे जुड़ी चीजें वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां- वहां शक्तिपीठ बन गए।
गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं का पूजन किए जाने का विधान है। गुप्त नवरात्र का पर्व गृहस्थ से ज्यादा तंत्र, साधना कर्म और योग क्रियाओं के लिए बहुत सही समय माना जाता है।
आषाढ़ मास की नवरात्रि में एक ऐसी देवी की पूजा का विधान है जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।