Aaj Ka Panchang 11 march 2025: पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस तिथि पर आश्लेषा नक्षत्र और अतिगण्ड योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा कर्क राशि में हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त का योग दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजे तक है। इस दिन राहुकाल दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 02 मिनट तक है। आज तिथि के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं। जो हनुमान जी को समर्पित है। साथ ही आज होलाष्टक का पांचवा दिन है। इतना ही नहीं, आज भौम प्रदोष व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन हनुमान जी के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा भी जरूर करें। इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज मंगलवार के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से भाग्योदय हो सकता है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
आज ग्रह गोचर के योग नहीं हैं।
11 मार्च को आश्लेषा नक्षत्र और अतिगण्ड योग का दिव्य संयोग है। इस दिन चंद्रमा कर्क राशि और सूर्य कुंभ राशि में गोचर करते हुए शुभ योग बना रहे हैं। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही आज भौम प्रदोष व्रत भी है। इस दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करें। इस दिन सफेद चीजों का दान करें और पीपल के पेड़ की पूजा जरूर करें।
आज आश्लेषा नक्षत्र है, जो कि बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। आज मंगलवार का दिन है। इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना जरूर करें और दान-पुण्य करें। साथ ही आज होलाष्टक का पांचवा दिन है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।
मार्गशीर्ष महीने में पूर्णिमा तिथि अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस साल अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर 2024 को है। मां अन्नपूर्णा की कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मां पार्वती माता अन्नपूर्णा के रूप पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इसलिए हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है।
प्रभुजी मोरे/मेरे अवगुण चित ना धरो,
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो,
प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,