चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। देवी महागौरी को शक्ति, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक कहा गया है। मां का नाम उनके रंग के आधार पर रखा गया है, जो अत्यंत ही शुभ और तेजस्वी हैं। उनकी आराधना से जीवन सुख-शांति बनी रहती है और सकारात्मकता का वास होता है।
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन की पूजा सफल करने के लिए यह सभी समग्री अवश्य अपने घर पर रखें।
देवी दुर्गा का आठवां स्वरूप शक्ति, संपूर्णता और पवित्रता का प्रतीक है, जो नंदी बैल पर विराजमान रहती है। हाथ में त्रिशूल तथा डमरू धारण करती है जो शक्ति और संतुलन को दर्शाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां महागौरी की पूजा से मन को शांति मिलती है और भक्त रोग रहित हो जाते हैं। साथ ही, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे भक्त अपने हर कार्य में सफल होते हैं। चैत्र नवरात्रि पर विधिवत रूप से मां महागौरी की पूजा करें और उनके फलदायक आशीर्वाद से जीवन को सफल बनाएं।
सनातन हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का काफी महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन किए गए स्नान और दान विशेष फलदायी होता है।
हिंदू धर्म में, पूर्णिमा का विशेष महत्त्व होता है। प्रत्येक महीने में एक बार पूर्णिमा का व्रत आता है। यह माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन माता लक्ष्मी के साथ-साथ चंद्र देव की पूजा भी की जाती है।
हिंदू धर्म में, पूर्णिमा तिथि को विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन जल और प्रकृति में एक अद्भुत ऊर्जा प्रवाहित होती है, जो मानव जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। इस वर्ष माघ पूर्णिमा 2025 और भी विशेष बन गई है।
सनातन हिंदू धर्म में, पूर्णिमा तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को प्रिय है। माघ पूर्णिमा के पर्व को वसंत ऋतू के आगमन के दौरान मनाया जाता है।