Logo

श्री गायत्री शक्तिपीठ, द्वारका

श्री गायत्री शक्तिपीठ, द्वारका

 गुजरात के द्वारका में स्थित है गायत्री शक्तिपीठ, 50 साल पुराना है मंदिर का इतिहास 



द्वारका में श्री गायत्री शक्तिपीठ, माँ गायत्री का एक मात्र मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना सन् 1983 में हुई थी। बता दें कि यह मंदिर भक्ति भारत द्वारा लिखा गया प्रथम माँ गायत्री मंदिर है। यहाँ गायत्री माता की पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके साथ ही गायत्री परिवार के लोगों के लिए भी यह पूजनीय मंदिर है। यहां साल में एक बार मंदिर की स्थापना दिवस पर अन्नकूट का आयोजन होता है। मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर से माँ गायत्री मंदिर का पूरा दृश्य दिखाई देता है। माँ गायत्री अपने गर्भगृह में दो और माता, मां सावित्री और माँ कुंडलिनी के साथ रहती हैं। 




मंदिर की विशेषता 


धार्मिक तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए यहां एक धर्मशाला भी है। मंदिर के परिसर में प्रसाद, बैठने की बेंच, सीसीटीवी सुरक्षा और सोलर पैनल जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अगर आप भी इस मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि मंदिर में  प्रवेश निःशुल्क है। 




कैसे पहुंचे 


श्री गायत्री शक्तिपीठ, द्वारका बीच के पास गुजरात में स्थित है।  मंदिर पहुंचने का निकटतम रेलवे स्टेशन द्वारका रेलवे स्टेशन है। आप यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए सवारी की सहायता ले सकते हैं।


........................................................................................................
मई 2025 मासिक राशिफल

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मई माह में कुछ विशेष राशियों के जातकों को कई शुभ परिणामों का अनुभव करने का अवसर मिल सकता है। इन राशियों में मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह और तुला राशि शामिल हैं।

मई 2025 बिजनेस राशिफल

मई का महीना कई राशियों के लिए व्यावसायिक जीवन में नए अवसरों और सफलताओं का संचार करेगा। यदि आप अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यह महीना आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है।

मई 2025 प्रेम राशिफल

मई का महीना कई राशियों के लिए प्रेम और वैवाहिक जीवन में नए आयाम जोड़ने का समय होगा। यह महीना उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होगा जो अपने प्रेम और वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और नए अवसरों की तलाश में हैं।

वैशाख अमावस्या इन राशियों के लिए खास

पौराणिक दृष्टिकोण से अमावस्या को दान-पुण्य, पितृ तर्पण और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने का दिन माना जाता है। मगर इस साल के वैशाख माह की अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, जो 27 अप्रैल को पड़ रही है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang