शिव ही आधार है सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए,
चक्र आवागमन का ये रुक जाएगा,
भोले महादेव की अर्चना कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
मन की जो कामना है वो मिल जाएगी,
और मुरादों की बगिया भी खिल जाएगी,
शिव चरणों में अपना झुकाकर के सर,
भोले भंडारी से प्रार्थना कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
लिए भक्तो जब संकट की आए घड़ी,
और मुसीबत कोई सामने हो खड़ी,
उस समय ध्यान धर भोले भंडारी का,
ये जरुरी है सुमिरण किया कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
देखना नैनो की ज्योति बढ़ जाएगी,
रौशनी में कभी ना कमी आएगी,
ये करिश्मा तभी होगा ऐ साथियों,
रोज भोले के दर्शन किया कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
वो है उमापति वो है गिरजास्वामी,
शिव भोले की अर्धांगिनी पार्वती,
इनका वर्णन अगर जानना होतो फिर,
वेद और शाश्त्रो को पढ़ा कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
शिव ही आधार है सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए,
चक्र आवागमन का ये रुक जाएगा,
भोले महादेव की अर्चना कीजिये,
शिव ही आधार हैं सारे संसार के,
ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए ॥
मौनी अमावस्या पर मौन रहने का नियम है। सनातन धर्म शास्त्रों में इस दिन स्नान और दान की पंरपरा सदियों से चली आ रही है। यह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि का एक महत्वपूर्ण साधन भी है।
मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित विशेष पर्व है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं।
मासिक शिवरात्रि का व्रत हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है। यह भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का श्रेष्ठ अवसर माना गया है।
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। यह दिन हमारे पूर्वजों यानी पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों का तर्पण करना, पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है। वर्ष 2025 में मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है।