ऊँचे ऊँचे वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँचे ऊँचे वादी में
बसते हैं भोले शंकर
कैसी ये लगी मुझको तेरी लगन
गाऊँ और झूमूँ होके तुझमे मगन
शंभू!
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले भोले
भोले भोले शंकर भोले
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शी शंकरा
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शी शंकरा शंकरा
हर हर शंभू कहाँ नहीं तू
मेरे शंभू
तू ब्रह्मा तू विष्णु
हर घर हर मन शंभू
इक छोटे रुद्राक्ष में
बड़े पहाड़ में शंभू
बारिक धागे में दिखता
गहरी नदी में शंभू
अलख निरंजन मेरे दिगंबर
बांध ले अपने बंधन में
शिव तेरा ध्यान अगर भूल जाऊं
तो मैं मर जाऊं
प्यार से तेरे सबका जीवन चले
खुशियाँ तू देवे सबके कष्ट हरे
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
शंभू!
पर्वत पे बैठा मेरा भोला शंकर
मैं उसका दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
झूठी ये दुनिया सारी झूठा ये जमाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
भोलेनाथ का हूँ मैं दीवाना
कैसी ये लगी मुझको तेरी लगन
गाऊँ और झूमूँ होके तुझमे मगन
शंभू!
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
ऊँची ऊँची वादी में
बसते हैं भोले शंकर
भोले भोले शंकर भोले भोले
भोले भोले शंकर भोले
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शि शंकरा
रुद्र रूपा महादेवा
त्रिकाल दर्शि शंकरा शंकरा
भोले भोले शंकर भोले
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वहीं इस साल बसंत पंचमी 02 फरवरी को मनाया जाएगा।
महाकुंभ जो कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है इस बार बसंत पंचमी पर विशेष रूप से खास होने वाला है। इस दिन महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान होना तय हुआ है जो कि त्रिवेणी संगम में होगा।
बसंत पंचमी सनातन धर्म का विशेष पर्व है, जिसे माघ महीने में मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। इस खास दिन पर माता शारदा की पूजा की जाती है और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विधिपूर्वक मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।