माँ अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल,
जो भी ध्यान लगाए दिल से,
जो भी ध्यान लगाए दिल से,
देता है संकट को टाल,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
भोले का अवतार है बजरंग,
वीरों का सरदार है बजरंग,
भक्तों के खातिर दौड़ा आए,
भक्तों के खातिर दौड़ा आए,
और दुष्टों का ये है काल,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
श्री राम की आज्ञा पाकर,
ललकारे ये लंका जाकर,
अक्षय को मारे पटक पटक कर,
अक्षय को मारे पटक पटक कर,
रूप धरा कैसा विकराल,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
जब अहिरावण ने छल करके,
लाया राम लखन को हर के,
रूप देवी का पहुँचे धर के,
रूप देवी का पहुँचे धर के,
पंचमुखी हनुमत पाताल,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
अद्भुत माया है हनुमत की,
रेखा बदले ये किस्मत की,
‘लख्खा’ बात बताए सच्ची,
‘लख्खा’ बात बताए सच्ची,
ध्यान लगा ले ओ ‘राजपाल’,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
माँ अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल,
जो भी ध्यान लगाए दिल से,
जो भी ध्यान लगाए दिल से,
देता है संकट को टाल,
मां अंजनी का प्यारा लाल,
घोटा हाथ लंगोटा लाल ॥
सनातन धर्म में 33 करोड़ यानी कि 33 प्रकार के देवी-देवता हैं। जिनकी पूजा विभिन्न विधि-विधान के साथ की जाती है। इन्हीं में एक नागराज वासुकी हैं। वासुकी प्रमुख नागदेवता हैं और नागों के राजा शेषनाग के भाई हैं।
चित्ररथ को एक महान गंधर्व और देवताओं के प्रिय संगीतज्ञ के रूप में माना जाता है। वह स्वर्गलोक में देवताओं के महल में निवास करते थे। उनका संगीत और गायन दिव्य था। ऐसा कहा जाता है कि कहा जाता है कि चित्ररथ के संगीत और गान में इतनी शक्ति थी कि वे अपने गाने से भगवान शिव और अन्य देवताओं को प्रसन्न कर सकते थे।
रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे
सरयू के तीरे, सरयू के तीरे
सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला
हाथ धनुष गले में पुष्प माला