हे दयामय आप ही संसार के आधार हो।
आप ही करतार हो हम सबके पालनहार हो॥
जन्म दाता आप ही माता पिता भगवान हो।
सर्व सुख दाता सखा भ्राता हो तन धन प्राण हो॥
आपके उपकार का हम ऋण चुका सकते नहीं।
बिन कृपा के शांति सुखका सार पा सकते नहीं॥
दीजिये वह मति बने हम सदगुणी संसार में।
मन हो मंजुल धर्मं मय और तन लगे उपकार में॥
हे दयामय आपका हमको सदा आधार हो।
आपके भक्तों से ही भरपूर यह परिवार हो॥
छोड़ देवें काम को और क्रोध को मद लोभ को।
शुद्ध और निर्मल हमारा सर्वदा आचार हो।
प्रेम से मिल मिल के सारे गीत गायें आपके।
मन में बहता आपका ही प्रेम पारावार हो॥
जय पिता जय जय पिता, हम जय तुम्हारी गा रहे॥
रात दिन घर में हमारे आपकी जयकार हो॥
धन धान्य घर में जो सभी कुछ, आप का ही है दिया।
उसके लिये प्रभु आपको धन्यवाद सौ सौ बार हो॥
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। वहीं आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर म्रृगशीर्षा नक्षत्र और प्रीति योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा मिथुन राशि में संचार कर रहे हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। वहीं आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर आद्रा नक्षत्र और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा मिथुन राशि में हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। वहीं आज दशमी का दिन है। इस तिथि पर पुनर्वसु नक्षत्र और सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है।
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो दीवाली के बाद मनाया जाता है। इस दिन को भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र देवता को पराजित करने की स्मृति में मनाया जाता है।