Aaj Ka Ank Jyotish, 2 June 2025: अंक ज्योतिष (Numerology) के अनुसार हर तारीख और दिन का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। 2 जून 2025 को सोमवार है, और अंक 2 का प्रभाव पूरे दिन पर रहेगा। अंक 2 चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है, जो भावनाओं, कल्पनाओं और रिश्तों से जुड़ा होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आज के दिन किस मूलांक (जन्म तारीख) वालों के लिए दिन शुभ रहेगा और किसे सतर्क रहना चाहिए।
आज आपके लिए नई जिम्मेदारियों का दिन है। कार्यस्थल पर नए प्रोजेक्ट मिल सकते हैं। आत्मविश्वास बनाए रखें और जल्दबाजी से बचें। आर्थिक मामलों में संतुलन रखें।
आज का दिन आपके लिए विशेष है क्योंकि आज अंक 2 का प्रभाव अधिक है। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। करियर में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी, लेकिन भावनाओं में बहने से बचें।
आज आपके लिए ज्ञान और सलाह का दिन है। आप किसी को सलाह देकर उनकी मदद कर सकते हैं। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय अनुकूल है। मानसिक शांति बनी रहेगी।
आपके लिए थोड़ा संघर्षपूर्ण दिन हो सकता है। कार्यों में देरी या रुकावट आ सकती हैं। धैर्य रखें और किसी पर ज्यादा भरोसा करने से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है। व्यापार और नौकरी में अच्छे अवसर मिल सकते हैं। यात्रा के योग बन रहे हैं। संवाद में सावधानी बरतें, गलतफहमियां हो सकती हैं।
आज का दिन रिश्तों के लिए अनुकूल है। परिवार में खुशियां बढ़ेगी और जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। सौंदर्य और सजावट से जुड़े कार्यों में मन लगेगा।
मूलांक 7 वाले जातकों का दिन शुभ रहेगा। करियर में सफलता मिल सकती है। बिजनेस से जुड़े लोगों को मुनाफा होगा। आमदनी की नया जरिया मिल सकता है।
आज आप व्यस्त रहेंगे। कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन इसका फल भी जल्द मिलेगा। किसी पुराने सहयोगी से लाभ हो सकता है।
आपके अंदर ऊर्जा का संचार रहेगा। साहस और उत्साह से कार्य पूरे करेंगे। अगर गुस्से पर नियंत्रण रखें तो दिन शानदार बीतेगा। युवा वर्ग को कोई अच्छी खबर मिल सकती है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
हिंदू तिथि के अनुसार, हर 12 साल में पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ महाकुंभ की शुरुआत होती है और महाशिवरात्रि पर खत्म होता है।
प्रयागराज, धर्म और आस्था की पवित्र नगरी, इन दिनों महाकुंभ की तैयारियों में जुटी है। संगम नगरी में लगने वाले इस महोत्सव में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजा के लिए पहुंचने वाले हैं। इस धार्मिक आयोजन के दौरान प्रयागराज के प्रमुख घाटों के साथ-साथ यहां के ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिरों के दर्शन करना भी एक खास अनुभव होता है।
तीर्थराज प्रयागराज, जो सनातन धर्म की सबसे प्राचीन और पवित्र नगरीयों में से एक मानी जाती है, धर्म और संस्कृति का अद्वितीय केंद्र है।
प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो रही है। इस दिन पहला शाही स्नान भी होगा। बड़ी संख्या में साधु संत और श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर स्नान करेंगे। बता दें कि हिंदू धर्म में शाही स्नान की परंपरा बेहद पुरानी रही है।