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वास्तु पूजा शुभ मुहूर्त मार्च 2025

वास्तु पूजा शुभ मुहूर्त मार्च 2025

Vastu Puja Muhurat 2025: मार्च 2025 में बना रहे हैं वास्तु पूजा कराने की योजना, यहां जानें शुभ मुहूर्त और नक्षत्र


जब हम नए घर, दफ्तर या व्यावसायिक प्रतिष्ठान में प्रवेश करते हैं, तो कई वास्तु नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में इन स्थानों से लाभ मिले, वास्तु दोषों से बचना आवश्यक है। लेकिन कई बार, जाने-अनजाने में कुछ वास्तु दोष रह जाते हैं। ऐसे में गृह प्रवेश के समय हवन-पूजन और नवग्रह मंडल पूजा की जाती है, जिसे वास्तु पूजा कहा जाता है।

वास्तु पूजा करने से घर, दफ्तर या व्यावसायिक स्थान के सभी दोष समाप्त हो जाते हैं और वहां की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। यह पूजा शुभ और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है, जिससे जीवन सुखी और समृद्ध बनता है। इसलिए शुभ मुहूर्त में वास्तु पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पूजा नए घर, दफ्तर या व्यावसायिक प्रतिष्ठान में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में सहायता करती है। आइए जानते हैं कि मार्च 2025 में वास्तु पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कब-कब हैं।



वास्तु पूजा के शुभ मुहूर्त – मार्च 2025


  • 1 मार्च 2025, शनिवार: सुबह 11:22 बजे से 2 मार्च 2025, सुबह 06:45 बजे तक | नक्षत्र: उत्तराभाद्रपद
  • 5 मार्च 2025, बुधवार: रात 01:08 बजे से 6 मार्च 2025, सुबह 06:41 बजे तक | नक्षत्र: रोहिणी
  • 6 मार्च 2025, गुरुवार: सुबह 06:41 बजे से सुबह 10:50 बजे तक | नक्षत्र: रोहिणी
  • 14 मार्च 2025, शुक्रवार: दोपहर 12:23 बजे से 15 मार्च 2025, सुबह 06:31 बजे तक | नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी
  • 15 मार्च 2025, शनिवार: सुबह 06:31 बजे से सुबह 08:54 बजे तक | नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी



वास्तु पूजा के लिए शुभ समय


गृह प्रवेश और वास्तु पूजा के लिए शुक्ल पक्ष को शुभ माना जाता है। कृष्ण पक्ष में यह शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।


शुभ तिथियां


  • द्वितीया (2)
  • तृतीया (3)
  • पंचमी (5)
  • सप्तमी (7)
  • दशमी (10)
  • एकादशी (11)
  • द्वादशी (12)
  • त्रयोदशी (13)


शुभ नक्षत्र


  • अश्विनी
  • उत्तरा फाल्गुनी
  • पुनर्वसु
  • पुष्य
  • हस्त
  • उत्तराषाढ़
  • उत्तराभाद्रपद
  • रोहिणी
  • श्रवण
  • रेवती
  • शतभिषा
  • स्वाति
  • अनुराधा


वास्तु पूजा के लाभ


  • दोषों का निवारण: वास्तु पूजा करने से घर, दफ्तर या प्रतिष्ठान के सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं।
  • नकारात्मकता का नाश: यह पूजा उस स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मक वातावरण उत्पन्न करती है।
  • सुख और समृद्धि: वास्तु पूजा करने से घर और व्यवसाय में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा: यह पूजा सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जिससे परिवार के सदस्यों को मानसिक शांति मिलती है।
  • सफलता और उन्नति: व्यवसाय और करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए वास्तु पूजा अत्यंत लाभकारी होती है।
  • स्वास्थ्य और खुशहाली: यह पूजा परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और समग्र सुख-शांति को बनाए रखने में सहायक होती है।
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